खेल में 'खेल' : शिक्षा निदेशक (मा.) के आदेशों की बलिया में उड़ी धज्जियां




बलिया : शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) के आदेशों को ताक पर रख जिला क्रीड़ा समिति के गठन का मामला प्रकाश में आया है। चर्चा है कि जनपद में लगातार तीसरे वर्ष ऐसा किया गया है। क्रीड़ा समिति के कुछ सदस्यों ने बैठक में इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई तो अध्यक्षता कर रहे जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र गुप्ता ने अमर्यादित व्यवहार किया।
उल्लेखनीय है कि जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया ने अपने कार्यालय पत्रांक-3556-59 / दिनांक 23 जुलाई द्वारा शैक्षिक सत्र 2025-26 की जिला क्रीड़ा समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को अपने मनमानेपन से नामित करते हुए 25 जुलाई को नवगठित समिति की बैठक बुला लिया। बैठक में कुल 23 के स्थान पर मात्र 8 लोग ही उपस्थित रहे।
बैठक में उपस्थित पदेन सदस्य जिला व्यायाम शिक्षक विनोद कुमार सिंह ने समिति की अध्यक्षता कर रहे जिला विद्यालय निरीक्षक से यह पूछ लिया कि, समिति का गठन कब, कहाँ और किन लोगों के साथ बैठक बुलाकर की गई है? और मीटिंग का कोरम क्यों पूरा नहीं है? बतौर विनोद कुमार सिंह 'इस पर डीआईओएस देवेन्द्र गुप्ता असहज होकर बैठक स्थगित करने की बात करने लगे, लेकिन समिति के सदस्य अपने प्रश्न का उत्तर मांगते रहे, जो अन्त तक नहीं मिला।
हद तो तब हो गयी जब समिति के सदस्य ने शिक्षा निदेशक के जिला क्रीड़ा समिति के गठन से सम्बंधित आदेश का हवाला देते हुए समिति गठन की प्रक्रिया पूछ लिया। इसका भी कोई उत्तर ना देकर डीआईओएस ने उस पदेन सदस्य को ही बैठक से बाहर जाने का आदेश दे दिया। आरोप है कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने रामदहिंन सिंह इण्टर कालेज से ही कोषाध्यक्ष और सचिव दोनो को नामित कर दिया। इस पर भी सवाल उठा कि क्या बलिया जिले में केवल एक ही विद्यालय के पदाधिकारी और वो भी कोषाध्यक्ष और सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर बनाये जाएंगे? उत्तर मिला कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि व्यय भुगतान करने में आसानी रहेगी।
जनपद के नौनिहालों के स्कूली खेलों को संचालित करने वाली क्रीड़ा समिति के गठन में शासनादेशों की अनदेखी के आरोप पर नाराज डीआईओएस ने बैठक को कोरम के अभाव में स्थगित करने की बात कही, यह हालत तब हैं जब लगातार तीन सत्र से जिला क्रीड़ा समिति का गठन बगैर किसी कोरम के बंद कमरे में हो रहा है। विद्यालयी खेलों का प्रदेशीय व मंडलीय कैलेंडर जारी होने के बाद भी अब तक जनपदीय खेलों का कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं हो सका है। इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक ने 25 जुलाई को अपने कार्यालय में जिला क्रीड़ा समिति की बैठक बुलाई।
बैठक की शुरुआत होते ही जैसे ही डीआईओएस ने समिति के गठन की जानकारी दी। उपस्थित कुछ सदस्यों ने अपना विरोध जताते हुए क्रीड़ा समिति के गठन हेतु शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) के द्वारा निर्गत आदेश की बात रखी, जिस पर डीआईओएस अपना आप आपा खो बैठे। गौरतलब हो कि विगत दो सत्र में भी बंद कमरे में गठित हुई जनपदीय क्रीड़ा समिति ने खेलों में जम कर खेल किया है। खिलाड़ियों के भुगतान और चयन की प्रक्रिया सवालों के घेरे में रही है।

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