ABVP की 'आग' में झुलसे बलिया नगर कोतवाल !



बलिया : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विरोध के सामने अंततः जिला प्रशासन को झुकना पड़ा। मामले में जहां पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने प्रभारी निरीक्षक (नगर कोतवाली) योगेन्द्र प्रसाद सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया, वहीं जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने अभाविप के कार्यकर्ताओं से बातचीत की। कहा कि गिले-शिकवे दूर कीजिए। जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद अभाविप के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
बता दें कि एबीवीपी कार्यकर्ता निजी स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि और शिक्षा के व्यापारीकरण के खिलाफ 8 सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे थे। एबीवीपी सदस्यों का आरोप है कि जैसे ही वे डीएम चैम्बर में पहुंचे उन्हें डांटकर भगा दिया गया। इससे क्षुब्ध होकर एबीवीपी का प्रतिनिधिमण्डल जिलाधिकारी कार्यालय पर बारिश में भीगते हुए धरने पर बैठ गया। जिला प्रशासन के खिलाफ घंटों नारेबाजी की। इस दौरान एबीवीपी के सदस्यों ने हनुमान चालीसा का तेज आवाज में सामूहिक पाठ भी किया। ज्ञापन देने पहुंचे अभाविप के सदस्यों को कोतवाल योगेन्द्र सिंह ने रोक दिया।
इसको लेकर पुलिस तथा परिषद के सदस्यों की बीच हॉट-टॉक भी हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वायरल वीडियो में कोतवाल योगेन्द्र सिंह परिषद के सदस्यों का हाथ पकड़कर वहां से हटने के लिए कह रहे हैं। उधर, धरना स्थल पर पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष ने भी कार्यकर्ताओं से बात की। परिषद के सदस्यों की मांग थी कि डीएम माफी मांगें और बदतमीजी करने वाले कोतवाल को लाइन हाजिर किया जाए। इस मांग को लेकर मंगलवार की रात बलिया डीएम तथा कोतवाल के विरुद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों का धरना जारी रहा।
विद्यार्थी परिषद के सदस्यों को मनाने सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे, लेकिन सफलता नहीं मिली। एडीएम अनिल कुमार ने भी विद्यार्थी परिषद के सदस्यों से बातचीत की, लेकिन विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता टस से मस नहीं हुए। बुधवार को डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने अभाविप के सदस्यों से कहा कि सारे गिले-शिकवे दूर कीजिए। वहीं, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने कोतवाल को लाइनहाजिर कर दिया। इस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने बुधवार को धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
रोहित सिंह मिथिलेश

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