बलिया में मानवीय संवेदनाओं का सच्चा प्रहरी बना IRCS
'जहां न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे कवि' इस पंक्ति की मंशा चाहे जो हो, पर बलिया में इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी (IRCS) इसे चरितार्थ कर रही है। दर्द से कराहते लोगों की बस्ती में पहुंचना, उनके मर्ज को समझकर 'राहत' देना IRCS का धर्म बन गया है। शायद ही कोई आपदा पीड़ित हो, जहां IRCS का हाथ मदद के लिए न बढ़ा हो। यानी, ICRS मानवीय संवेदनाओं का सच्चा प्रहरी बन गया है।
Ballia News : जिलाधिकारी/अध्यक्ष इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया के निर्देशन में मुख्य चिकित्साधिकारी/उपाध्यक्ष इण्डियन रेड क्रॉस सोसायटी बलिया के आदेशानुसार दुबहर विकासखंड के नगवा गांव में 16 मई के 07 अग्निपीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाने रेड क्रॉस सोसाइटी बलिया की टीम जिला समन्वयक शैलेंद्र पांडेय के नेतृत्व में उनके द्वार पहुंची। अग्नि पीड़ितों में किचन सेट, तिरपाल, बाल्टी सेट, हाइजीन किट, धोती, साड़ी सेट, टी-शर्ट व साबुन आदि का वितरण किया गया।
मंगल पांडेय विचार सेवा समिति के अध्यक्ष कृष्णकांत पाठक ने रेड क्रॉस सोसाइटी की सराहना करते हुए कहा कि सोसाइटी ने बेघर हुए अग्नि पीड़ितों को छाया के लिए तीरपाल, पुरुष एवं महिलाओं के लिए वस्त्र दैनिक उपयोग की वस्तुएं देकर मानवीय कार्य किया है। वितरण के मौके पर मौजूद गांव वासियों ने रेडक्रास सोसायटी के इस प्रयास की प्रसंशा की। वही, जिला समन्वयक शैलेन्द्र पांडेय ने कहा कि किसी के दु:ख दर्द एवं परेशानियों को समूल दूर तो नहीं किया जा सकता, लेकिन उपकार एवं सहयोग के जरिए कम किया जा सकता है। दूसरों के दु:ख और दर्द को अपना समझना ही असली मानवता की पहचान है।
राहत सामग्री वितरण के मौके पर चिकित्सा अधिकारी डॉ पंकज ओझा, मंटू,जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि पिंटू जावेद, प्रधान प्रतिनिधि भुनेश्वर पासवान, अनिल पाठक, लल्लन यादव, दद्दन यादव, प्रमोद राजभर , श्रीकृष्ण यादव, संतोष साहू, छोटे लाल राजभर आदि लोग मौजूद रहे। संचालन नितेश पाठक ने किया।
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