Holi Poem
उत्तर प्रदेश  बलिया 

बलिया के मास्टर साहब की 'रस रसीली होली'

बलिया के मास्टर साहब की 'रस रसीली होली' रस रसीली होली भरा रस महुआ फूलकलियां हो गयी रसीलीपुरातन सखा बने परदेशीमंजर आम चिढ़ाते।फाग सुना मन यू पी वालारग-रग रस रंग भर देहुआ मन मद मस्त पवन सेसुरभि हुई मतवाली।दिखे क्षेत्र...
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