कोरोना : लॉकडाउन में बढ़ा बलिया के पुरोहितों का संकट

कोरोना : लॉकडाउन में बढ़ा बलिया के पुरोहितों का संकट


बैरिया, बलिया। कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न वैश्विक महामारी से कोई अछूता नही है।14 अप्रैल के बाद से लगन की शुरुआत हो गयी है, लेकिन लाक डाउन के चलते शादियों की तिथि बढ़ रही है। ऐसे मे कर्मकाण्ड व पूजा पाठ करा कर अपनी आजीविका चलाने वाले पुरोहितो के समक्ष भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इसके चलते सैकड़ो कर्मकाण्डियों का परिवार संकट मे आ गया है।

सेमरिया निवासी पण्डित मृत्युन्जय उपाध्याय ने बताया कि ऐसे तमाम कर्मकाण्डी ब्राहमण है जिनकी आजीविका पुरोहिती कर्म पर निर्भर है। ऐसे लोगों के परिवार आर्थिक संकट मे आ गये है। स्वाभिमान के कारण ऐसे लोग समाज को कुछ लाज के कारण बता नही पा रहे है।

बाजिदपुर निवासी पण्डित जयमगंल दूबे ने बताया कि हमारे जैसे लोग व उनका परिवार रोजाना कर्मकाण्ड से धन अर्जित कर जीवन यापन करते है, लेकिन कोरोना ने पुरोहितो की जीविका पर ग्रहण लगा दिया है। वही शिवपुर निवासी योगेन्द्र दूबे, मुरारपट्टी निवासी मिथिलेश दूबे सहित दर्जनो जानकार पण्डितो का कहना है कि कोरोना ने पुरोहिती पर निर्भर  कर्मकाण्डी ब्राहमणों के सामने लगन चौपट होने से भूखमरी की स्थिति पैदा कर दिया है। परिवार का भरण पोषण कैसे होगा ? यह यक्ष प्रश्न खड़ा हो गया है। 

शिवदयाल पांडेय 'मनन'

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