आध्यात्मिक उन्नति, पर्यावरण शुद्धि और स्वास्थ्य लाभ का साधन हैं यज्ञ : आचार्य पं. मोहित पाठक

आध्यात्मिक उन्नति, पर्यावरण शुद्धि और स्वास्थ्य लाभ का साधन हैं यज्ञ : आचार्य पं. मोहित पाठक

बलिया : रामगढ़ हुकुम छपरा गंगापुर स्थित पतितपावनी के पावन तट पर महर्षि भृगु वैदिक गुरुकुलम् के तत्वावधान में आयोजित श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ से इलाके का माहौल भक्तिमय बना हुआ है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहुति और यज्ञ मंडप का परिक्रमा कर श्रद्धालु भक्ति में लीन है। यज्ञ के पंचम दिवस प्रातः कालीन पूजन वंदन और सायं काल में काशी पद्धति की गंगा महाआरती में हजारों की संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित रहे।

 

यज्ञ

यह भी पढ़े धनतेरस पर करें ये अचूक उपाय, धन-संपदा में वृद्धि


यज्ञाधीश आचार्य पं. मोहित पाठक जी ने कहा कि यज्ञ भारतीय संस्कृति और वेदों का एक महत्वपूर्ण अंग है। प्राचीन काल से ही यज्ञ को आध्यात्मिक उन्नति, पर्यावरण शुद्धि और स्वास्थ्य लाभ का साधन माना गया है। आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी, यज्ञ में प्रयुक्त जड़ी-बूटियाँ और उसकी प्रक्रिया पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं। यज्ञ न केवल आध्यात्मिक कर्म है, बल्कि यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी लाभकारी है। यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है, स्वास्थ्य बेहतर होता है, और व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है। श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा के साथ यज्ञ में सम्मिलित हो रहे है। 

यह भी पढ़े SRG आशुतोष तोमर को बलिया BSA ने दी बड़ी जिम्मेदारी

 

यज्ञ में प्रतिदिन मां गंगा की सांध्य आरती काशी के तर्ज पर हो रही है। जिस आरती दर्शन करने के लिए लोग काशी जाते है, अब वह यही पर सुलभता से लोगों उपलब्ध हैं। भगवती भागीरथी की कृपा रही तो प्रत्येक दिन चल रहे गुरुकुल के प्रकल्प अनवरत शिवार्चन गुरुकुल गंगा आरती की जानकारी देते हुए महर्षि भृगु वैदिक गुरुकुलम् के आचार्य श्री ने कहा शिवार्चन रुद्राभिषेक नित्य गंगा जी के पावन तट पर होता हैं।

 

वेद विद्या के संरक्षण हेतु गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण कर रहे वैदिक बटुक जो सनातन संस्कृति के स्तंभ का कार्य करेंगे। गुरुकुल में कोई भी शास्त्र परंपरा का शिक्षा ले सकता है और गंगा आरती मां गंगा के पावन तट पर प्रत्येक दिन गुरुकुल के बटुकों द्वारा किया जायेगा, जिससे निरंतरता बनी रहेगी। आचार्य अरविंद कुमार तिवारी, आचार्य शौनक द्विवेदी व निहाल मिश्र सहित गुरुकुलम् के वैदिक मंत्रों की ध्वनि से पूरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। भागवत कथा में आचार्य उत्कर्ष पाण्डेय जी महाराज ने भगवान के जन्म के उपरांत नंद भवन में उत्सव पूतना उद्धार और अनेकों असुरों के उद्धार तथा भगवान के बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए इंद्र और ब्रह्मा के मान मर्दन की कथा  सुनाई। इस अवसर पर राजकुमार उपाध्याय, संदीप सिंह, अंगद सिंह, यजमान बबलू सिंह, अजय चौबे, कौशल पांडेय  आदि भक्तजन उपस्थित रहें।

Tags:

Post Comments

Comments

Latest News

शादीशुदा गर्लफ्रेंड की हत्या में दरोगा गिरफ्तार शादीशुदा गर्लफ्रेंड की हत्या में दरोगा गिरफ्तार
UP News : उत्तर प्रदेश की हमीरपुर पुलिस ने रमना गांव किशनपुर के पास बसवारी रोड पर मिले अज्ञात महिला...
Ballia के श्री राधा स्वामी मंदिर पहुंचे संत जीयर स्वामी जी महाराज, दिए यह संदेश
बलिया के इस थाने में 20 नवम्बर को होगी 20 वाहनों की नीलामी, स्वेच्छा से करें प्रतिभाग
बेसहारों का परिवार बना बलिया का देवाश्रम : अज्ञात महिला के शव का ससम्मान अंतिम संस्कार, दिखा अपनापन
17 दिन के मासूम की रहस्यमयी मौत से सनसनी, पिता ने बताई दिल दहलाने वाली बात
16 November Ka Rashifal : कैसा रहेगा अपना Sunday, पढ़ें आज का राशिफल
बलिया में डीएम-एसपी ने सुनी समस्याएं, लेखपाल-कानूनगो को चेतावनी