स्वामी हरिहरानंद जी का संदेश : भगवान का भजन हमेशा 'मंगल भवन-अमंगल हारी' होता है, इसलिए...

स्वामी हरिहरानंद जी का संदेश : भगवान का भजन हमेशा 'मंगल भवन-अमंगल हारी' होता है, इसलिए...



बैरिया, बलिया। महान संत परम पूज्य स्वामी हरिहरानंद जी ने वैश्विक महामारी करोना संकट में  खपड़िया बाबा परिवार व अन्य धर्मानुरागी लोगों से अपने परिजनों के साथ प्रतिदिन एक घंटा भगवन्नाम संकीर्तन 'सोशल-डिस्टेंस' के साथ करने की अपील की है।

पिरो आश्रम (आरा) से जारी एक संदेश में स्वामी जी ने कहा है कि करोना का प्रकोप विश्व में तबाही मचा रखा है। शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जो कोरोना को लेकर चिन्तित नहीं होगा। इस तबाही में बड़ी-बड़ी संस्थाए भी निष्क्रिय हो रही है। कहा है कि खपड़िया बाबा परिवार द्वारा लगभग 70 स्थानों पर शाश्वतखण्ड संकीर्तन चलाया जा रहा है। कोरोना का प्रकोप उनको भी झुलसा रहा है,  परन्तु परिवार के लोग बिल्कुल निष्क्रिय नहीं है।

श्री स्वामी ने 'कोरोना शाश्वतखण्ड भगवन्नाम संकीर्तन' के माध्यम से आम लोगों से अपील किया है कि प्रत्येक गांवो में 18 व्यक्तियों द्वारा यह शाश्वतखण्ड संकीर्तन का संचालन किया जा सकता है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक घंटा संकीर्तन अपने घर पर ही सोशल-डिस्टेंस के साथ करना होगा। अगर 36 लोग संकल्प लेगें तो प्रति परिवार आधा घंटा ही होगा। यह शाश्वतखण्ड संकीर्तन प्रातः 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक चलेगा अर्थात 18 घंटे का होगा। उन्होंने कहा है कि संकीर्तन प्रारम्भ करने व समाप्ति के बाद कम से कम एक बार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। 

'करोना' शब्द का सन्धि विछेद करते हुये स्वामी जी ने कहा है कि को-कोई, रो-रोड पर, ना-ना निकले। अर्थात पूरी तरह सोशल-डिस्टेंस के नियमों का पालन करते हुए ही संकीर्तन को संचालित करें। स्वामी जी ने कहा है कि इस संकट की घड़ी में संकीर्तन से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति व दुःखो का निवारण होगा। साथ ही इससे मंदिरों के समान घर को भी शुद्धिकरण किया जा सकता है। भगवान का भजन तो सदैव ही मंगल भवन-अमंगल हारी होता है। 

शिवदयाल पांडेय 'मनन'