बलिदान दिवस पर जिला कारागार से ऐतिहासिक जुलूस को रवाना कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया को लेकर कही ये बात




क्रांतिकारियों की धरती को नमन करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'बलिया का अपना इतिहास है। बलिया के लिए शासन का कोई महत्व नहीं होता। आजादी के बाद देश के विकास के लिए अनुशासन बलिया ने दिखाया है। वहीं, गुलामी के समय जो तेवर दिखाया जाना था, उसको भी बलिया ने दिखाया।
जरूरत पड़ने पर मंगल पांडेय ने बैरकपुर छावनी में स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी जलाई। महात्मा गांधी ने जब अंग्रेजों छोड़ो भारत का नारा दिया था, तब महान सेनानी चित्तू पांडे ने अपनी भूमिका का निर्वहन किया। इन्हीं सब का नतीजा है कि आज हम सब आजाद हैं। आज इस धरती पर आकर मैं अभिभूत हूं।आज उस क्रांतिकारी स्मृति को ताजा करने के लिए हम सभी एकत्र हुए हैं।
सीएम ने कहा बलिया ऋषि मुनियों की धरती है। यहां मेडिकल कालेज के लिए पांच साल से जमीन मांग रहा हूं, लेकिन मिल नहीं रही है। यह काम तीन साल पहले हो जाना चाहिए था। सीएम ने कहा कि आज इसी काम के लिए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र जी को साथ लेकर आया हूं। यहां की मूलभूत सुविधाओं को और मजबूत बनाना है। इससे पहले मंत्री दयाशंकर सिंह ने पीएम मोदी की आकर्षक प्रतिमा व राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने मंगल पांडेय की पेंटिंग देकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
1942 में बलिया ने स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया है। डीएम और एसपी नियुक्त कर दिए थे। कुदाल-फावड़ा लेकर जिला कारागार पर हमला बोल दिया था। क्रांतिकारियों को छुड़ा लिया था और चित्तू पाण्डेय के नेतृत्व में अस्थायी सरकार का गठन भी कर लिया। बाद में ब्रिटिश हुकूमत ने 84 क्रांतिकारियों को गोलियों से भून दिया गया था।
यह बलिदान और त्याग बलिया को नई पहचान देता है।बलिया पौराणिक व पवित्र स्थल का प्रतीक है। इमरजेंसी के दिनों में भी बलिया ने अग्रणी भूमिका निभाई। एक आम आदमी के मौलिक अधिकारों, उसकी सुरक्षा व स्वालंबन के लिए जयप्रकाश जी के नेतृत्व में आंदोलन चला। इसमें चंद्रशेखर का योगदान अविष्मरणीय रहा।
परिवहन सुविधाएं हों और बेहतर : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह भी बलिया के हैं। यहां परिवहन के क्षेत्र में और अच्छा होना चाहिए। दयाशंकर सिंह का नाम लेते हुए आवाह्न किया कि बलिया से लखनऊ की दूरी को लगातार कम करते रहें। इसके लिए लिंक एक्सप्रेस-वे से बलिया को जोडेंगे, ताकि दो से ढाई घण्टे में लखनऊ की दूरी तय कर लें। अच्छा बस स्टेशन यहां का हो। इलेक्ट्रिक बसें चलवाए। बलिया नगर का दायरा बढ़ाएं। बलिया के विकास के लिए सभी जनप्रतिनिधि आगे बढ़कर काम करें। मैं सहयोग के लिए हमदम खड़ा रहूंगा।
'उत्तर प्रदेश का स्वतंत्रता संग्राम बलिया' पुस्तक का विमोचन
बलिया बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'उत्तर प्रदेश का स्वतंत्रता संग्राम बलिया' नामक पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने पुस्तक के लेखक डॉ शिवकुमार कौशिकेय को पुस्तक के माध्यम से बलिया की गौरवशाली गाथा का सजीव वर्णन करने के लिए सराहना की।

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