'गंगा रन' में दौड़ेगा बलिया : BSA और DIOS समेत इन अफसरों को मिली जिम्मेदारी
बलिया। 'राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन' के अंतर्गत जिला प्रशासन एवं जिला खेल कार्यालय बलिया के संयुक्त तत्वावधान में 4 नवंबर को 'गंगा रन'' कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस दौरान 5 किलोमीटर की क्रास कंट्री दौड़ प्रतियोगिता होगी। जिला क्रीड़ाधिकारी डॉ अतुल सिन्हा ने बताया कि इसमें भाग लेने के लिए इच्छुक खिलाड़ियों को 3 नवंबर तक वीर लोरिक स्पोर्ट्स स्टेडियम में खेल कार्यालय में पहुंचकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। गंगा उत्सव कार्यक्रम के तहत यह प्रतियोगिता होगी।
'गंगा रन' का शुभारंभ कदम चौराहा से जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही व सीडीओ विपिन जैन सुबह 6 बजे करेंगे। इसके बाद भृगु आश्रम, सतीश चंद्र कॉलेज, स्टेशन-मालगोदाम रोड, चित्तू पांडेय चौराहा, बहेरी, माल्देपुर मोड़ होते हुए नागाजी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय माल्देपुर पर संपन्न होगी। समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर में संपन्न होगा। डॉ सिन्हा ने बताया कि प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान के विजेताओं को पुरस्कार व प्रमाण पत्र तथा शेष अन्य प्रतिभागियों को जिला प्रशासन द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा । 'गंगा रन' में प्रतिभागिता के इच्छुक खिलाड़ी जिला खेल कार्यालय पर सम्पर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
तीन दिवसीय गंगा उत्सव कार्यक्रम 2 नवम्बर से, होंगे विविध कार्यक्रम
बलिया। राज्य स्वच्छ गंगा मिशन एवं नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के निर्देश पर 2 नवम्बर से गंगा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन शुरू होगा। सीडीओ विपिन जैन ने बताया कि इस दौरान जिला गंगा समिति के निर्देशन में नेहरू युवा केन्द्र बलिया द्वारा नुकक्ड नाटक, रैली, संगोष्ठी होगी। वहीं, बेसिक शिक्षा विभाग एवं जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय द्वारा जनपद एवं ब्लाक स्तर पर आनलाइन क्वीज व वाद विवाद प्रतियोगिता 2 नवम्बर को तथा पोस्टर/चित्र कला एवं निबन्ध प्रतियोगिता 3 नवम्बर को कराई जाएगी। जिला खेल विभाग द्वारा 4 नवम्बर को हाफ मैराथन कदम चौराहा से माल्देपुर तक कराया जाएगा। वहीं, 4 नवम्बर को गंगा सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। गंगा उत्सव कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग द्वारा संगोष्ठी कराकर किसानों को जागरूक किया जाएगा। वन विभाग की ओर से गंगा किनारे पौधरोपण का कार्य होगा। डीपीआरओ को यह जिम्मेदारी दी गई है कि गंगा घाटो की साफ-सफाई कराएंगे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मुख्य रूप से गंगा नदी के संरक्षण के लिए जनजागरूकता बढ़ाना है। साथ ही सामाजिक रूप से प्रासंगिक कारणों में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराना और गंगा को स्वच्छ रखने के लिए जिम्मेदारी की भावना विकसित करना है।
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