बलिया : बहन की शादी और 'थप्पड़' से नाराज था अरमाना का हत्यारा, पहुंचा सलाखों के पीछे




बलिया। बहेरी गांव में सनसनीखेज वारदात से हर कोई अवाक है। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपित दिलशाद उर्फ सोनू की बहन के साथ मृत अरमाना की बुआ के बड़े बेटे नूर आलम से प्रेम-प्रसंग था। जुलाई में दोनों ने कोर्ट मैरीज कर ली थी। इसमें अरमाना ने मदद की थी। इससे दिलशाद नाराज था। अरमाना का पति नूरी से काफी पहले तलाक हो गया था। वह बेटी के साथ अकेले रहती थी। तहरीर के आधार पर धारा 147, 148, 307, 302 भादवि के तहत मुकदमा दर्ज कर अभियुक्त व अपचारी को पुलिस ने चालान न्यायालय कर दिया।
बताया जा रहा है कि अरमाना की शादी 12 वर्ष पूर्व बर्रेबोझ में हुई थी। पति से अनबन के बाद वह मायके में रहने लगी। उसकी दो बहनें थीं, कोई भाई नहीं था। उसके बगल में बुआ बदरुनिशा व फुफा कुर्बान चार बेटों के साथ रहते हैं। अरमाना को नहीं पता था कि बुआ के लड़के व पड़ोस की लड़की की शादी कराना महंगा पड़ेगा। एक सप्ताह पूर्व फूफा कुर्बान सऊदी से घर आए थे। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि अरमाना ने चार दिन पहले उसे थप्पड़ मार दिया था और मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी। इससे नाराज होकर उसने चचेरे भाई के साथ मिलकर अरमाना की हत्या करने की ठान ली।
शनिवार की देर रात ने घर में सोई अरमाना की गड़ासा से गला काटकर हत्या कर दी। इसके बाद छत पर सोए बुआ व फूफा पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे बुआ की कलाई कटकर अलग हो गई। तीनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक ने अरमाना को मृत घोषित कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद सनकी युवक अपने चचेरे भाईके साथ कोतवाली पहुंचकर पुलिस के सामने हत्या की बात स्वीकार की। इससे प्रशासन में खलबली मच गई। देखते ही देखते एसपी राजकरन नय्यर, सीओ सिटी प्रीति त्रिपाठी, कोतवाल प्रवीण सिंह घटनास्थल पर पहुंच गये।
वहीं, घायलों को वाराणसी रेफर कर दिया गया। एसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि आरोपित दिलशाद अली उर्फ सोनू अपने नाबालिग चचेरे भाई संग रविवार तड़के कोतवाली पहुंचकर हत्या की बात बताई। वह मानसिक रूप से विक्षिप्त लग रहा है। उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त गड़ासा व टूटा बेत बरामद किया गया।
रोहित सिंह मिथिलेश

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