बेटे संग मिलकर मां ने बेटी को जिन्दा जलाया, खौफनाक दृश्य देख सहम गए लोग

बेटे संग मिलकर मां ने बेटी को जिन्दा जलाया, खौफनाक दृश्य देख सहम गए लोग

हापुड़। यूपी में रिश्ते शर्मासार करने का एक मामला सामने आया है। गुरुवार देर शाम एक मां अपने बेटे के साथ मिलकर अपनी ही बेटी को जिंदा जला दी। मां की ममता इस कदर मर चुकी थी कि उसने अपनी झूठी शान बचाने के लिए बेटी को आग के हवाले करने से पहले मां-बेटे ने उसका गला रेता। लड़की अब जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। मामला गढ़मुक्तेश्वर के बहादुरगढ़ के एक गांव का है।इस खौफनाक दृश्य को जिसने भी देखा वह अपनी आसुंओं को नहीं रोक सका।
 
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति की पुत्री काफी दिनों से बीमार चल रही थी, जिसका उपचार अस्पताल में कराया जा रहा था। स्वास्थ्य में कोई सुधार न होने पर गुरुवार को उसका भाई और मां गढ़ नगर स्थित एक निजी अस्पताल में उसे लेकर पहुंचे, जहां उसके गर्भवती होने की पुष्टि हो गई। तीनों बाइक से घर के लिए जा रहे थे। गांव चित्तौड़ा के जंगल में पहुंचने पर भाई ने बाइक रोक दी। उसने बाइक में रखे ब्लेड से अपनी बहन के गले को रेत दिया, जबकि मां के सहयोग से उसके ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग लगा दी। तभी वहां पहुंचे आसपास के लोगों ने जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। लोगों ने झुलसी युवती को अस्पताल भेजा। सूचना पर पहुंची बहादुरगढ़ पुलिस ने मां-बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। 
 
दो घूंट पानी मांगते-मांगते खेत में गिर गई लड़की
 
प्रेमी से शारीरिक संबंध बनाने के बाद लड़की के गर्भ में एक नन्हीं सी जान पल रही थी। परिजन और समाज से इस सच को उसने किसी तरह छिपाए रखा, लेकिन भाई व मां को सच पता चला तो उन्होंने ऐसा खौफनाक काम किया, जिसे सुनने वालों की रूह कांप गई। भाई ने गला रेतने के बाद पेट्रोल छिड़ककर बहन को जिंदा जलाकर मारने का प्रयास किया। झुलसी हालत में वह दो घूंट पानी मांगकर तड़पती रही। वहीं, उसकी मदद को पहुंचे लोगों के हाथ मजबूरी ने बांध दिए और वह उसे पानी तक न पिला सकें। करीब दस मिनट तक मिन्नत करने के बाद वह बेहोश होकर खेत में गिर गई। लोगों ने बताया कि झूठी शान के पेट्रोल छिड़ककर नाबालिग आग के हवाले कर दिया। चीखने की आवाज सुनकर वह मौके पर पहुंचे। वहीं, इस खौफनाक मंजर को देखकर भी पास खड़ी मां की ममता नहीं जागी। सभी इस दृश्य को देखकर सहम गए। कुछ क्षण के लिए दिल और दिमाग ने काम करना बंद कर दिया, कि आखिर करें तो क्या? फिर हिम्मत कर किशोरी पर मिट्टी व कपड़ा डालकर आग बुझाई। आग से झुलसने के कारण वह बार-बार पानी मांग रही थी। दो घूंट पानी मांगते-मांगते वह बेहोश होकर खेत में गिर गई। वहीं, उसकी जान बचाने के लिए मजबूरीवश लोग उसे पानी भी नहीं पिला सके। लोगों ने बताया कि उसे पानी इसलिए नहीं पिलाया, क्योंकि इससे उसकी जान जा सकती थी। 
 
लोग न दबोचते तो भाग जाते माता-पुत्र
 
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की को आग के हवाले करने वाले मां-बेटे को लोगों ने दबोच लिया। पूछने पर उन्हें अपने कृत्य पर तनिक भी दुख नहीं था। वे कह रहे थे कि इसने समाज में हमारी इज्जत और प्रतिष्ठा को धूमिल किया है। इसका मर जाना ही बेहतर है। अगर, लोगों का ध्यान दोनों पर नहीं जाता तो वह फरार भी हो सकते थे। 

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