Vindhyachal Singh
उत्तर प्रदेश  बलिया 

छलक न जाये दर्द कहीं...

छलक न जाये दर्द कहीं... इसीलिए हंसते रहते हो गम को छिपाये अंदर में होबेगम से दिखते रहते हो। अनुभव की अनमोल किताबेंपड़े-पड़े लिखते रहते हो। सागर में मोती जैसे होबिना मोल बिकते रहते हो। किनकी मुस्कानों की खातिरपल-पल यूँ मिटते...
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उत्तर प्रदेश  बलिया  Kavyoday 

तुम न उनसे हार जाना...

तुम न उनसे हार जाना... तुम न उनसे हार जानाराह में अगणित भले अवरोध आयेंरोक देने को तुझे प्रतिरोध आयेंभौंह टेढ़ी कर प्रचण्ड विरोध आयेंतमतमाये लाल पीले क्रोध आयें किन्तु रण में पीठ अपनी न दिखानातुम न उनसे हार जाना।...
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उत्तर प्रदेश  बलिया 

वो तुम्हारे तोड़ने की जिद थी, ये हमारे जोड़ने की जिद है...

वो तुम्हारे तोड़ने की जिद थी, ये हमारे जोड़ने की जिद है... जोड़ने की जिद पता नहीं क्योंमुझे बार-बारतोड़ा गयापत्थर सेफोड़ा गयाऔर बनाकर मेरेनन्हें-नन्हें टुकड़ेफेंक दिया गयादूर-दूर तक, ताकिधूप में सूख जाऊँशीत में गल जाऊँधूल में मिल जाऊँ; हुआ कुछ अलग,...
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उत्तर प्रदेश  बलिया 

हिन्दी दिवस : संस्कृति की सरिता बन सतत प्रवाहमान है, विश्व में भी गूंज रहा...

हिन्दी दिवस : संस्कृति की सरिता बन सतत प्रवाहमान है, विश्व में भी गूंज रहा... हिन्दी दिवस पर मेरा सबको प्रणाम है हिन्दी है, जो हमारे भारत की पहचान है।हिन्दी है, जो हम भारतीयों की जान है।मिश्र, भट्ट भारतेन्दु जी का स्वाभिमान है।कभी यह रहीम तो कभी यह रसखान है। मीठी लगे...
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