निकाय चुनाव 2022 : आरक्षण सूची ने बदली बैरिया नगर पंचायत की फिजां




बता दे कि उत्तर प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित नगर पंचायत बैरिया का गठन 6 वर्ष पूर्व हुआ था। तब से विकास के लिए सरकार ने भारी भरकम धनराशि बैरिया नगर पंचायत को दिया था। इसको देखते हुए अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले दावेदारों की संख्या बढ़ गई थी। जिसमें अधिकांश सामान्य वर्ग सबसे अधिक संभावित प्रत्याशी थे। नया परिसीमन जारी होते ही यहां का नजारा बदल गया, जो कल तक झुककर लोगों को सलाम किया करते थे। आज वह अचानक से गायब हो चुके हैं। वही पिछड़े वर्ग के प्रत्याशियों की बांछें खिल गई है।
उनका कहना है कि सामान्य वर्ग के लोगों को चुनाव लड़ने में मौका नहीं मिलने के कारण अब पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए यह सीट कम खर्चीला होगा। हालांकि अभी भी पिछड़े वर्ग के लगभग आधा दर्जन प्रत्याशी अध्यक्ष पद के लिए सशक्त दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं। कौन जीतेगा। कौन हारेगा। यह तो भविष्य के गर्भ में है। तो वही पिछड़े वर्ग के लिए सीट आरक्षित होने पर मुर्गा दारू और पार्टी के शौकिनो को बेतहासा निराशा हसिल हुई है। फिर भी लड़ाई दिलचस्प होने की सम्भावना प्रबल है।

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