
Ballia के वरिष्ठ साहित्यकार ने दिया मंत्र, 'बैरियर' बनकर जीते कोरोना से जंग
By Purvanchal24
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आज पूरा विश्व कोरोना वायरस की महामारी की चपेट में है। यह महामारी अब राष्ट्र, महानगरों और शहरों की सीमाओं को पार करते हुए गांवों तक पहुंच रही है। केन्द्र व राज्य सरकार के आदेश के अनुपालन के लिए प्रशासन और पुलिसकर्मियों ने पूरी ताकत झोक दिया है। फिर भी लॉक डाउन की स्थिति में इक्षित सफलता नहीं मिल पा रही है, खासकर गांवों में। गांवों से प्राप्त हो रहे फ़ोटो और वीडियो चिंतित करने वाली है। लाख प्रयासों के बाद भी ग्रामीण समूह में बैठ रहे हैं। चौपड़ खेल रहे हैं, युवा क्रिकेट खेल रहें हैं।
यहां तक कि शहर में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही किया जा रहा है। वहीं ग्रामीण अंचलों में प्रशासन के बार-बार समझाने के बाद भी ग्रामीण लॉकडाउन को गंभीरता से नही ले रहे हैं। जबकि आवश्यकता कोरोना जैसे महामारी के लिए कैरियर नहीं, बैरियर बनने की है। इस समय पूरा देश संकट में है। सरकार अपना समस्त संसाधन जनसामान्य को बचाने में झोंक दी है। सरकार का एक ही लक्ष्य है जनता को बचाना।
इसमें सबसे ज्यादा दबाव डॉक्टरों और पुलिसवालों पर है। लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है। आवश्यकता प्रशासनिक अमले पर विश्वास रखने का है। वस्तुतः हम भी यही चाहते हैं कि हम सभी जिला प्रशासन का सहयोग करें। सामाजिक दूरी का पालन करते हुए घरों में रहें। बेशक कोरोना संकट में गरीबों के काम धंधे छिन चुके हैं, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में नियमो के पालन के अलावा दूसरा कोई विकल्प भी नहीं है। आप भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित व स्वस्थ रहने में मदद करें।
Dr Janardan Rai (डॉ. जर्नादन राय)
वरिष्ठ साहित्यकार, बलिया
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