रुला रही बिजली: सरकारी दावे के उलट महज चंद घंटे मिल रही आपूर्ति
On




सिकंदरपुर,बलिया। एक तरफ प्रदेश सरकार शहरी क्षेत्रों को 22 से 24 घंटे बिजली व ग्रामीण क्षेत्रों को 17 से 18 घंटे बिजली मुहैया कराने के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति विद्युत उपकेंद्र पर करा रही है। वहीं तहसील व अस्पताल को अलग फीडर बनाकर 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है विद्युत उपकेंद्र पर शासन के रोस्टर के हिसाब से बिजली तो मिल रही है, लेकिन केंद्र से विद्युत आपूर्ति केवल 7 से 8 घंटे भी निर्बाध रूप से नहीं मिल रही है। वही केंद्रों पर कर्मचारी भी उपलब्ध नहीं रह रहे हैं। जिससे उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। सिकन्दरपुर कस्बे के लिए अलग तीन फीडर बनाए गए हैं। जबकि ग्रामीण के लिए भी तीन फीडर बनाए गए हैं। सिकन्दरपुर कस्बे के लिए आईपीडीएस योजना के अंतर्गत फीडर को अलग करने के लिए दो वर्ष पहले नए खंभे लगाए जाने के बाद ट्रांसफार्मर व तार लगाए जाने थे, लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी केवल कुछ जगहों पर खंभे लगे है। आज तक ट्रांसफार्मर व तार नहीं लग पाया जब गर्मी अपना रूप दिखाती है तब बिजली भी अपना रूप दिखाना शुरू कर देता है। हालात बद से बदतर हो गया है लेकिन कोई भी अधिकारी सुनने के लिए तैयार नहीं है केंद्र पर एसडीओ व जेई आते तो हैं लेकिन वह भी इस कान से सुनकर उस कान से निकाल देते हैं, जिसको लेकर आम उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता ने कहा कि आईपीडीएस योजना के अंतर्गत कुछ कार्य होने थे पुराने ठीकेदार के ब्लैक लिस्ट हो जाने के कारण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। नई कंपनी द्वारा कार्य कराया जाना है। एक सप्ताहे के अंदर आईपीडीएस योजना का कार्ड सिकन्दरपुर में शुरू करा दिया जाएगा।
विद्युत आपूर्ति को प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने लिखा पत्र
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकन्दरपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. अजय कुमार तिवारी ने खराब विद्युत आपूर्ति पर बार-बार पत्र देने के बाद भी कार्यवाही ना होने से व्यथित होकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित जिलाधिकारी को पत्र लिखकर विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से कराने की मांग किया है। पत्र में आरोप लगाया है कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण उपकरण कार्य नहीं कर पा रहे हैं। जिससे अस्पताल सुचारू रूप से चलाने में कठिनाई आ रही है बार-बार शिकायत करने के बाद भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पा रही है।
हुक्मरानों की शिथिलता से लग रहा चूना
विद्युत विभाग की उदासीनता के चलते ग्रामीण क्षेत्र के बिजली बिल पर उपभोक्ता शहरी क्षेत्र की बिजली का लाभ बेरोकटोक उठा रहे हैं, जिससे विभाग को बहुत राजस्व का चूना लग रहा है, लेकिन अधिकारी लगातार हो रहे नुकसान को आंख बंद कर नजरअंदाज करने में लगे हुए हैं। विद्युत उपकेंद्र सिकन्दरपुर का हाल आलम यह है कि अस्पताल फीडर से लगभग आधा दर्जन ग्रामीण क्षेत्र लीलकर, मठिया, कुडीयापुर, जमुई सहित सिसोटार तक विद्युत आपूर्ति की जा रही है। जबकि पूर्व की सपा सरकार में यह शासन से निर्देश था कि अस्पताल व तहसील को अलग फीडर बनाकर निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जाए लेकिन विभागीय अधिकारी अलग फीडर तो कराए लेकिन उसके साथ-साथ राजनीतिक दबाव में ग्रामीण क्षेत्रों को भी जोड़ दिया। जिससे विद्युत विभाग को लाखों रुपए का चूना लग रहा है।
By-Sk Sharma
Tags: गांव जवार


Related Posts
Post Comments
Latest News
09 May 2025 17:51:01
Chandauli News : उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बारात स्वागतोपरांत जयमाला...
Comments