Chandra Grahan 2025 : सूतक काल शुरू, जानें इससे जुड़ी खास बातें



Chandra Grahan, Sutak Kaal Time : चद्रग्रहण भारत में 7 सितंबर को दिखाई देगा और 3 घंटे 29 मिनट तक चलेगा।धर्मशास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण में 9 घंटे पूर्व यानी दोपहर 12:57 से मंदिर के कपाट व पूजा बंद हो गया है। अगले दिन यानी 8 सितम्बर को सूर्योदय के बाद मंदिर के कपाट खुलेंगे और पूजा कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
बलिया के थम्हनपुरा निवासी ज्योतिषाचार्य डॉ. अखिलेश कुमार उपाध्याय बताते है कि ग्रहण काल में दीर्घ शंका, लघु शंका, भोजन व पूजा नहीं करना चाहिए, लेकिन बालक, वृद्ध, रोगी व गर्भवती स्त्री के लिए यह निषेध नहीं माना जाता है। ग्रहण काल में ईश्वर की आराधना करनी चाहिए। घर में रखे अनाज या खान की कच्ची वस्तु में दुर्बा, तुलसी या कुश डाल देना चाहिए।
ज़रूर कर लें ये महत्वपूर्ण काम
भोजन और जल में तुलसी पत्ते डालें।
भोजन और जल में कुश डालें।
सारा पका हुआ भोजन ढककर रखें।
ग्रहण के लिए पहले से सात्विक भोजन तैयार रखें।
ग्रहण से पहले स्नान कर लें।
धार्मिक ग्रंथों का पाठ या मंत्र जाप शुरू करें।
गर्भवती महिलाएं ध्यान दें
ग्रहण के समय घर से बाहर न जाएं
तेज़ या नुकीली चीज़ों का उपयोग न करें
धातु के आभूषण न पहनें
ग्रहण के समय न सोएं
विशेष : 7 सितंबर से ही पितृपक्ष प्रारंभ हो जा रहा है। पिंडदान पितृ पूजन दोपहर सूतक प्रारंभ होने से पहले 12:57 मिनट दोपहर से पूर्व ही कर लें।

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