बेलहरी में FLN प्रशिक्षण का तीसरा बैच शुरू : नई किताबों के साथ विकसित हो रही शिक्षक और शिक्षामित्रों की समझ



बलिया : समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के रूपरेखा में स्कूली शिक्षा को गुणवत्ता परक बनाए जाने के दृष्टिगत ब्लॉक संसाधन केंद्र बेलहरी बलिया पर गतिमान आधारभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान प्रशिक्षण के अंतर्गत तीसरे बैच का पांच दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण में कक्षा तीन के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित नवीन पाठ्य पुस्तकों खास तौर पर हिंदी के लिए वीणा वन, गणित के लिए गणित मेला तथा अंग्रेजी के लिए संतूर के साथ दो कक्षा कक्ष में 50-50 की संख्या में शिक्षक प्रशिक्षित किए जा रहे हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी राजीव गंगवार ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने वाले प्रत्येक शिक्षक को इस प्रशिक्षण को लेना अनिवार्य है। बच्चे नवीन पाठ्य पुस्तकों के साथ अपनी गुणवत्ता पर समझ का विकास कर सकें, इसके लिए पीपीटी के माध्यम से पुस्तकों में वर्णित संपूर्ण इकाइयों तथा पाठों का विश्लेषण प्रस्तुत किया जा रहा है। साथ ही एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से इतर जोड़े गए पाठों पर विशेष समझ का विकास किया जा रहा है।
भारत में बच्चों के प्रारंभिक वर्षों में उनके सर्वांगीण विकास के लिए नई शिक्षा नीति में अलग से व्यवस्था की गई है, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि शिक्षा का जीवन में शारीरिक स्वास्थ्य, व्यवहार एवं संपूर्ण विकास तथा उनकी संज्ञानात्मक क्षमताओं के विकास पर ध्यान अपेक्षित है। शासन के निर्देश पर शुरू किए गए इस प्रशिक्षण में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 तथा उत्तर प्रदेश राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 के आलोक में इस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षकों की समझ का विकास किया जा रहा है।
प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष शशिकांत ओझा ने कहा कि इस प्रशिक्षण से शिक्षकों की शिक्षण दक्षता बढ़ेगी। इससे छात्र-छात्राओं के शैक्षिक स्तर में सुधार होगा। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (ARP) बृजेश बिहारी सिंह ने बताया कि एफएलएन प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्तर के बच्चों को भाषा और गणित में दक्ष बनाना है। इसको ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से 3 तक की नई एनसीईआरटी आधारित पुस्तकों पर शिक्षकों की समझ विकसित की जा रही है। शिक्षक संदर्शिकाओं के माध्यम से छात्रों की मौखिक और मानसिक तर्कशीलता को विकसित करने पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में केआरपी के रूप में डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, राजीव कुमार दुबे, संतोष कुमार तथा आशुतोष ओझा द्वारा विषयवार समझ के विकास के लिए योजना बनाकर के प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस मौके पर संगठन के मंत्री संतोष सिंह इत्यादि मौजूद रहे।

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