बलिया : सैनिक का शव पहुंचते ही मचा कोहराम, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार




बलिया। सेना के जवान राकेश कुमार पटेल का तिरंगे में लिपटा शव पैतृक गांव बेल्थरारोड क्षेत्र के भिंडकुण्ड पहुंचते ही लोगों की आंखें नम हो गईं। वहीं, परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल था। दिवंगत जवान का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ सरयू नदी के तुर्तीपार घाट पर किया गया।
बताया जा रहा है कि भारतीय सेना में नायक के पद पर तैनात राकेश कुमार पटेल की ड्यूटी इन दिनों मथुरा में थी। बुधवार की रात ब्रेन हैमरेज से उनका निधन हो गया था। शुक्रवार को उनका शव पहले वाराणसी, फिर उनके पैतृक गांव पहुंचा। लाल के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोगों का हुजूम उमड़ा था।
उनका पार्थिव शरीर लेकर सैनिक जैसे ही उनके गांव पहुंचे, लोगों ने अपने लाल को फूल चढ़ा कर सैल्यूट किया। सरयू नदी के घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके पिता ने दी। इस मौके पर उनके सेना के साथी करमवीर सिंह, शिवकुमार, बीके सिंह, मोती प्रसाद, हरीश गौतम मौजूद रहे।
6 माह में दूसरी घटना से मचा कोहराम
2004 में सेना में भर्ती हुए राकेश कुमार पटेल का विवाह 2010 में फूलमती देवी के साथ सम्पन्न हुआ था। उनकी एक सात वर्षीय बेटी अर्पिता है। तीन भाइयों में सबसे बड़े राकेश के मझले भाई विकेश कुमार की मृत्यु 6 माह पहले हो गई थी। उनके माता पिता पार्वती देवी और हरख पटेल अभी इस त्रासदी से उबर भी नहीं सके थे, तब तक बड़े बेटे के निधन ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया। वहीं, राकेश कुमार पटेल की बहन सुधा की शादी जनवरी 2023 में तय थी। बहन की शादी को लेकर राकेश बहुत खुश थे, लेकिन...।

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