राष्ट्रीय फलक पर चमके बीएसए डॉ. राकेश सिंह
वाराणसी। कोरोना संक्रमण काल में ई पाठशाला, नवाचार व मोहल्ला क्लास के सफल संचालन में वाराणसी को विशेष स्थान दिलाने के साथ-साथ मॉडल स्कूल की स्थापना व स्कूलों में आधारभूत संरचना को मजबूत करने वाले बीएसए डॉ. राकेश सिंह को मानव संसाधन विकास विभाग (भारत सरकार) पुरस्कृत करेगा। विभाग ने इनके कार्यों का आकलन करने के बाद पुरस्कृत करने के लिए 10 फरवरी की तिथि निर्धारित किया है। नवाचारी सोच के साथ उत्कृष्ट कार्यों के लिए ख्यातिलब्ध बीएसए को यह राष्ट्रीय पुरस्कार ऑनलाइन प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार के लिए चयनित होने पर न सिर्फ वाराणसी, बल्कि उनके गृह जनपद आजमगढ़ और बलिया में भी ख़ुशी की लहर है। शिक्षक-कर्मचारी विभिन्न माध्यमों से उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दे रहे है।
बेसिक विद्यालयों के प्रति समाज की धारणा बदलने के लिए बीएसए डॉ. राकेश सिंह हमेशा कुछ नया करते रहते है, जिसका असर परिषदीय स्कूलों में दिखता भी है। बलिया में तैनाती के दौरान तत्कालीन बीएसए डॉ. राकेश सिंह ने वैसा जुनून उत्पन्न किया था कि शिक्षक अपने स्कूलों को संवारने में जुट गये थे। सुपर 90 विद्यालयों का सोशल मीडिया ग्रुप बना था। कुछ स्कूलों में उसी समय स्मार्ट क्लास शुरू हो गये थे। चुनाव में मानव श्रृंखला बनवाकर बीएसए डॉ. राकेश सिंह ने बेसिक शिक्षा को एक नई चमक दी थी। इनका मानना है कि अगर इरादे पक्के हों तो असम्भव भी सम्भव है।
वहीं, वाराणसी में मॉडल स्कूल की स्थापना के साथ परिषदीय स्कूलों में आधारभूत संरचना को मजबूती देकर डॉ. राकेश सिंह राष्ट्रीय फलक पर स्थापित हुए है। पूर्वांचल24 से बातचीत में बीएसए डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार निश्चित रूप से उनका मनोबल बढ़ाएगा। इससे बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर करने की ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने वाराणसी के शिक्षकों और कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सब के सहयोग से ही यह उपलब्धि हासिल हुई है। आगे भी हम सभी टीम भावना के साथ कार्य करते हुए वाराणसी को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास करेंगे।
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