अनामिका के बाद मऊ में मिली 'ममता', बलिया से भी जुड़ा है तार

अनामिका के बाद मऊ में मिली 'ममता', बलिया से भी जुड़ा है तार


मऊ। यूपी में चर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद मऊ जिले में फर्जी ममता राय नाम की शिक्षिका का मामला पकड़ में आया है। उसके मायके से उसके फर्जी नाम की पुष्टि हुई है। ममता राय के नाम पर अन्य कई शिक्षिकाओं के नौकरी करने की शिकायत सामने आते ही विभाग द्वारा कराई गई जांच में रंभा पांडेय नामक एक महिला पकड़ में आई। जांच शुरू होने के बाद से आरोपित महिला फरार हो गई है। 
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि उसकी सेवा समाप्त करते हुए उसके विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। वह वर्ष 2000 में महाराजगंज जिले से ट्रांसफर लेकर आई थी। बेसिक शिक्षा विभाग को शिकायत मिली कि जनपद में ममता राय नामक किसी महिला के अभिलेख पर एक फर्जी शिक्षिका नौकरी कर रही है। शिकायत मिलते ही जांच शुरू हो गई। जांच में पता चला कि रतनपुरा ब्लाक के मुबारकपुर उप्रावि में ममता राय नामक शिक्षिका का असली नाम रंभा पांडेय है। वह ममता के नाम के अभिलेखों के आधार पर फर्जी तरीके से नौकरी कर रही है। विभाग द्वारा जांच शुरू होने की खबर मिलते ही कथित ममता राय यानी रंभा पांडेय फरार हो गई।

महाराजगंज से स्थानांतरण

वह मूल रूप से बलिया जनपद के पांडेयपुर ताखा गांव की निवासी है। वर्ष 2000 में वह महाराजगंज जनपद से स्थानांतरण पत्र लेकर आई थी। किंतु आश्चर्यजनक यह कि उसके सर्विस बुक में पहली प्रविष्टि वर्ष 2011 में दर्ज की गई है। रंभा के गांव के प्रधान द्वारा उसके नाम-पता की पुष्टि होने पर रंभा को विभाग द्वारा नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए शुक्रवार की तिथि निर्धारित थी, किंतु वह उपस्थित नहीं हुई। 
जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है। उसके विरुद्ध हलधरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। जिस ममता राय के नाम पर वह नौकरी कर रही थी, अभिलेखों में उसका नाम व पता बाछाबार बलिया अंकित है। उसका पता लगाया जा रहा है। संभावना है कि इस महिला के अभिलेख पर और भी लोग नौकरी कर रही हों।

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