लापता दिनेश की जिन्दगी में 'एस्पायरिंग लाइव्स' ने घोली मिठास, 3 साल बाद परिवार से पुनर्मिलन
गाजीपुर। तीन साल बाद दिनेश राम घर लौटे तो पूरा माहौल भावुक हो उठा। दिनेश को सामने देख अपनों की आंखों का कोर भींग गया। ये आंसू खुशी के थे। दिनेश राम का अपने परिवार से पुनर्मिलन में एस्पायरिंग लाइव्स के मैनेजिंग ट्रस्टी, मनीष कुमार का बहुमूल्य योगदान रहा है। साथ-ही-साथ एस्पायरिंग लाइव्स के संस्थापक फरीहा सुमन और समन्वयक प्रियंका प्रीतम तथा मोहम्मद असरुदीन एम का भी सहयोग रहा है। परिवार से पुनर्मिलन के बाद दिनेश राम अपनी ससुराल में पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहे हैं।
गाजीपुर जनपद की जमानिया कोतवाली अंतर्गत बहादुरपुर गांव निवासी दिनेश राम 2019 में अपने घर से न सिर्फ लापता हुए, बल्कि भटक कर केरल पहुंच गए थे। मानसिक रूप से कमजोर दिनेश कुछ स्पष्ट बताने में भी असमर्थ थे। दिनेश राम को इनकी असहाय स्थिति में केरल के कोल्लम जिले में अवस्थित एसएस समिथि अभया केंद्रम नामक संस्था में 10 दिसंबर, 2019 को दाखिल किया गया। इस संस्था ने 9 नवंबर, 2020 को दिनेश राम के परिवार का पता लगाने और इनको इनके परिवार से पुनर्मिलन कराने के उद्देश्य से एस्पायरिंग लाइव्स एनजीओ से संपर्क किया।
'एस्पायरिंग लाइव्स' का प्रयास लाया रंग
'एस्पायरिंग लाइव्स' एनजीओ, तमिलनाडु के प्रयास से 3 साल बाद अपने परिवार से मिलकर 48 वर्षीय दिनेश काफी खुश है। वहीं, दिनेश के गांव बहादुरपुर तथा ढढ़नी रणबीर राय गांव, सुहवल स्थित ससुराल में भी खुशनुमा माहौल हैै। न केवल दिनेश राम और उनका परिवार, अपितु स्थानीय लोग भी अत्यंत ही खुश हैं। एस्पायरिंग लाइव्स की टीम भी इस पुनर्मिलन से प्रसन्न है।
'एस्पायरिंग लाइव्स' की टीम कहना है कि आजकल के इस भाग-दौड़ के माहौल में जब पारिवारिक सौहार्द और पारिवारिक बंधन तेजी से कम होता जा रहा है, उस परिवेश में दिनेश राम के परिवार वालों ने पारिवारिक सौहार्द और पारिवारिक बंधन की मिशाल पेश की है। टीम ने कहा 'उत्तर प्रदेश से चेन्नई आकर दिनेश राम को वापस घर ले जाना,समाज के लिए अनूठा उदाहरण है। टीम दिनेश राम के परिवार को सलाम करती हैं। टीम ने कहा, मानसिक रूप से विक्षिप्त दिनेश राम का उनके परिवार के द्वारा उनके गुम होने के बाद इतनी आत्मीयता के साथ अपनाया जाना, बहुत ही सराहनीय है।
अब तक 112 को मिलाया
एस्पायरिंग लाइव्स के मैनेजिंग ट्रस्टी, मनीष कुमार ने बताया कि 'एस्पायरिंग लाइव्स' एनजीओ 8 मई, 2018 को पंजीकृत हुई है। बिना किसी बाह्य स्रोत की वित्तीय सहायता से इसने अभी तक 112 मानसिक रूप से असक्षम लापता लोगों को उनके परिवार से मिलाया है। एस्पायरिंग लाइव्स की पंजीकृत शाखा तमिलनाडु के तिरुपत्तुर जिले में है। मनीष कुमार ने बताया कि दिनेश राम का अपने परिवार से पुनर्मिलन पेराम्बुर रेलवे स्टेशन, चेन्नई में 19 जनवरी, 2022 को ही करा दिया गया था। 21 जनवरी, 2022 को अपने परिवार से पुनर्मिलन के उपरांत दिनेश राम अपने ससुराल में अपनी पत्नी और अपने दो बच्चों के साथ रह रहे हैं। पुनर्मिलन के उपरांत, अपनी मानसिक अस्वस्थता के कारण ससुराल पहुंचने के बाद दिनेश राम अपने परिवार के साथ स्थिरता के साथ नहीं रह रहे थे। इधर-उधर चले जाने की बात किया करते थे। उनकी मानसिक रोग की दवा भी चल रही थी। अब दिनेश पूरी तरह स्वस्थ है और अपने परिवार के साथ स्थिरता के साथ रह रहे है।
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