खेल-खेल में उजड़ गईं खुशियां, जानें पूरा मामला

खेल-खेल में उजड़ गईं खुशियां, जानें पूरा मामला


भोपाल। शहर के कंटेनमेंट जोन में शामिल बाग फरहत अफजा में घर की बालकनी से करीब 12 फीट नीचे गिरे 4 महीने के मासूम यासिर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे के वक्त मासूम अपने पिता खलील की गोद में अठखेलियां कर रहा था। काम पर जाने से पहले पिता उसे खिला रहे थे। हादसे के बाद बच्चे के माता-पिता के आंसू थम नहीं रहे हैं। ऐशबाग पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। खलील खान सब्जी व्यापारी हैं। शनिवार सुबह साढ़े सात बजे वह अपने 4 महीने के इकलौते बेटे यासिर के साथ खेल रहे थे। इसी दौरान हादसा हो गया।

सुबह यासिर को गोद में लेकर खलील घर की पहली मंजिल पर बनी बालकनी में आ गए। हृष्ट-पुष्ट यासिर भी अब्बा के साथ गोद में अठखेलियां कर रहा था। तभी गोद में अचानक उसने अंगड़ाई ली और खलील की पकड़ ढीली पड़ गई। जब तक खलील संभलते, तब तक यासिर हाथ से छूट गया और 12 फीट नीचे जमीन पर आ गिरा। दौड़कर नीचे उतरे खलील ने खून से लथपथ बेटे को एक कपड़े में लपेटा और हमीदिया अस्पताल पहुंचे। कुछ घंटे चले इलाज के बाद मासूम ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

इकलौते बेटे को खोने के बाद पसरा मातम, सभी का रो-रो कर बुरा हाल

एसआई नीलेश पटले ने बताया कि करीब दो साल पहले खलील का निकाह हुआ था। चार महीने पहले यासिर ने जन्म लिया तो घर में खुशियां आई थीं। खलील ने पुलिस को बताया कि हादसे के वक्त उन्होंने एक हाथ से बच्चे को पकड़ा हुआ था। तभी अचानक उसने अपना पैर पिता के सीने पर अड़ाया और मचल गया। इससे वह नीचे जा गिरा। इकलौते बेटे को खोने के बाद घर में मातम सा पसरा है।

मेरा तो सब कुछ खत्म हो गया

खलील अपने बच्चे को याद कर बार-बार बिलख पड़ते हैं। उसकी तस्वीर को चूमते हुए कहते हैं कि न जाने क्यों मैं तुम्हें लेकर बालकनी में गया था। मेरा तो सब कुछ ही खत्म हो गया। इधर, यासिर की मां का भी रो-रो कर बुरा हाल है।




Related Posts

Post Comments

Comments

Latest News

बलिया में डीएम-एसपी ने सुनीं जनसमस्याएं, लापरवाही पर लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि बलिया में डीएम-एसपी ने सुनीं जनसमस्याएं, लापरवाही पर लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि
बलिया : जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह एवं पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने शनिवार को तहसील बांसडीह में आयोजित सम्पूर्ण समाधान...
Renowned Sanskrit scholar and ritualistic priest Bachchan Pathak passes away
Ballia News : शिक्षक को पितृशोक, नहीं रहे संस्कृत के प्रकांड विद्वान एवं कर्मकांडी पंडित बच्चन पाठक
बिहारी बाबू को भा गई जापानी मैम मारिया, सास-ससुर के पैर छूकर बोली- हैलो
मेरे बेटे को मौत दीजिए साहब... पिता ने सुप्रीम कोर्ट में क्यों की ऐसी डिमांड
कैसा रहेगा अपना शनिवार, पढ़ें 20 दिसम्बर का राशिफल
33 साल की सेवा के बाद नियुक्ति का अनुमोदन वापस लेना मनमाना फैसला, हाई कोर्ट से शिक्षक को मिली बड़ी जीत