भूगोल की अनिवार्यता और रोजगारपरकता से रूबरू हुए सनबीम स्कूल बलिया के छात्र

भूगोल की अनिवार्यता और रोजगारपरकता से रूबरू हुए सनबीम स्कूल बलिया के छात्र

बलिया। विद्यार्थियों के हित में सदैव प्रयासरत रहने वाला बलिया जिले के अगरसंडा स्थित सनबीम स्कूल में रविवार को विद्यालय के वाणिज्य एवं कला वर्ग के कक्षा 11 एवं 12वीं के विद्यार्थियों के लिए भूगोल के प्रति जिज्ञासा विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

कार्यशाला में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में पर्यावरणविद, पूर्व प्राचार्य अमरनाथ पीजी कॉलेज दुबे छपरा एवं जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के एकेडेमिक डायरेक्टर डॉ गणेश कुमार पाठक ने छात्रों को भूगोल विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विषय के प्रति फैली अनेक भ्रांतियों को भी दूर किया। बताया कि हिस्टोरिकल ज्योग्राफी, इंडस्ट्री ज्योग्राफी आदि अनेक महत्वपूर्ण शाखाएं आज के समय में प्रतिपादित हुई है, जिनमें शासकीय एवं अशासकीय सेवा के लिए पर्याप्त अवसर हैं। उन्होंने बच्चों को भूगोल विषय की विशेषताएं बताते हुए कहा कि विद्यार्थी अपनी रुचि के अनुसार ऐच्छिक शाखा में प्रवेश लेकर सुखद व सफल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए सुझाव देते हुए कहा कि विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं में जनरल नॉलेज के अंतर्गत 20 से 30 प्रश्न भूगोल से ही पूछे जाते हैं। इसमें सफलता हेतु उन्होंने एनसीईआरटी की कक्षा 6 से 8 तक के भूगोल की पुस्तकों का अध्ययन भली भांति करने की सलाह दी। छात्रों से कहा कि इस विषय पर गहन अध्ययन करके आप नवीन दिशा में अपना भविष्य बना सकते हैं। वर्तमान समय में विज्ञान विषय के साथ साथ भूगोल विषय में भी अपना कैरियर बना सकते है। नवीन शिक्षा प्रणाली लागू होने के उपरांत संपूर्ण शिक्षा सृजनात्मकता पर आधारित हो गई है। ऐसे में छात्रों को सदैव नवाचार आधारित शिक्षा ग्रहण करने पर बल देना चाहिए। उन्होंने भूगोल विषय से प्राप्त होने वाले रोजगार पर भी चर्चा की। बताया कि भूगोल के शिक्षार्थी जीआईएस, जीपीएस, गूगल मैपिंग, टूरिज्म, जियो फिजिक्स के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते है।

डॉ पाठक ने बताया कि संपूर्ण एवं सही दिशा में जानकारी न होने के कारण आज विद्यार्थी भूगोल विषय से दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यक्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि आज वर्तमान समय में कई विद्यार्थी उनके द्वारा लिखित पुस्तकों पर  शोध कर कई प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हैं। डॉ पाठक ने विधार्थी के बहुत सारे जिज्ञासाओं और सवालों का बहुत ही सरलता पूर्वक जवाब दिया। 

विद्यालय के निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ने विद्यार्थियों से डॉ पाठक की भूगोल विषय की उपलब्धियों की चर्चा की। उनसे प्राप्त जानकारी और अनुभवों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।उन्होंने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि छात्रों को कभी भी विषय की संपूर्ण एवं सही जानकारी प्राप्त करके ही सही विषय का चुनाव  करना चाहिए। उन्हे भ्रामक जानकारी और विसंगतियों से सजग रहना चाहिए। विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह ने विद्यार्थियों को  भूगोल विषय में रुचि बनाने एवं नवाचार आधारित पर्याप्त रोजगार के प्रति सजग रहने का संदेश दिया। साथ ही डॉ गणेश पाठक को अपना अमूल्य समय देने हेतु आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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