शादी के मंडप में दूल्हे के सामने दुल्हन ने प्रेमी से भरवाई मांग



बाराबंकी : बरात लेकर पहुंचे दूल्हे के सामने ही उसकी होने वाली पत्नी की मांग में दूसरे युवक ने सिंदूर भर दिया। मांग भरने वाला युवक दुल्हन की बहन का देवर है, जिससे उसका पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था। खुशियों के माहौल में दुल्हन की हरकत को लेकर काफी देर तक विवाद हुआ। सभी बारातियों और घरातियों के सामने हुई इस घटना से सभी हैरान रह गए। बारातियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। दोनों पक्षों को पुलिस ने चौकी लाया। दुल्हन के परिवार ने दूल्हे पर अचानक दहेज की डिमांड का आरोप लगाया। समझौते के बाद बिना दुल्हन ही बारात लौट गई।
उत्तर टोला मुहल्ले में नरेश की बेटी मोहिनी की शादी हैदरगढ़ के कोठी क्षेत्र के रहने वाले विकास सोनी के साथ तय हुई थी। एक महीने पहले दोनों की इंगेजमेंट के बाद 24 सितंबर की तारीख शादी के लिए तय हुई। तय तारीख पर विकास 100 से अधिक बारातियों के साथ उत्तर टोला मोहल्ले पहुंचा। बारात का स्वागत जोर-शोर से हुआ। द्वारचार के समय ही माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। आरोप है कि मंडप में ही दूल्हे पक्ष ने डेढ़ लाख रुपये और डेढ़ तोले सोने की अंगूठी की मांग कर दी। दु्ल्हन के पिता इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थ थे। इसके बाद भी दूल्हा पक्ष बारात लौटाने की धमकी देने लगा। इसकी सूचना दुल्हन को लगी तो वह रोने लगी। पिता और परिवार की हालत उससे देखी नहीं गई।
इसी बीच, दुल्हन मंडप में मौजूद बहन के देवर शिवांश के पास पहुंची। उससे पूछा कि मुझसे शादी करोगे। शिवांश ने हामी भरी और दूल्हे के सामने ही शिवांश ने दुल्हन मोहिनी की मांग में सिंदूर भर दिया। इस तरह से दूल्हे के सामने ही दुल्हन की मांग किसी अन्य युवक के हाथों भरते देख बारातियों ने हंगामा मचा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को चौकी ले आई। मोहिनी ने बताया कि उसे दूल्हा विकास कभी पसंद नहीं था, लेकिन पिता की जिद के कारण वह शादी के लिए राजी हो गई थी।
मोहिनी ने बताया कि वह शिवांश से तीन साल से बातचीत कर रही थी। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन परिवार वाले तैयार नहीं थे। हालांकि दुल्हन की बहन कोमल ने बताया कि उसे शिवांश और मोहिनी के तीन साल पुराने प्रेम संबंध के बारे में आज ही पता चला। वहीं, दूल्हे के पिता शिवकुमार सोनी ने उल्टा लड़की पक्ष पर पैसे मांगने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बारात पहुंचने पर लड़की पक्ष ने प्रत्येक महिला को 501 रुपये और दूल्हा उतारने के लिए 5001 रुपये की मांग की। उन्होंने यह रकम देने से इनकार किया तो लड़की पक्ष ने हंगामा किया और अचानक मोहिनी की मांग किसी और से भरवा दी।
शिवकुमार ने इसे साजिश करार देते हुए कहा कि उन्हें अपमानित कर बारात लौटाने के लिए मजबूर किया गया। वहीं, प्रेमी शिवांश ने बताया कि वह और मोहिनी पिछले तीन साल से एक-दूसरे को जानते थे और उनकी बातचीत होती थी। लेकिन घरवाले उनकी शादी के लिए तैयार नहीं थे। जब बारात लौटने लगी तो मोहिनी रोते हुए उसके पास आई और शादी की गुहार लगाई। इसके बाद शिवांश ने मंडप में ही उसकी मांग भर दी।

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