बलिया में तैनात सिपाही ने चैंबर में घुसकर हथौड़े से किया डॉक्टर पर हमला, फिर...
UP News : गोरखपुर के मशहूर गैस्ट्रो रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुज सरकारी के चैंबर में घुसकर एक सिपाही ने उन पर हथौड़े से हमला कर दिया। सिर में चोट लगने से डॉक्टर घायल हो गए। उधर, घटना के बाद उनके स्टाफ ने सिपाही को पीट कर कैंट पुलिस को सौंप दिया। डॉक्टर पर हमले की सूचना मिलते ही एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली। आरोपी सिपाही के खिलाफ केस दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया। संतकबीरनगर का रहने वाला सिपाही बलिया जिले में तैनात है, लेकिन वर्तमान में सस्पेंड चल रहा। वहीं डायल 112 के दो सिपाहियों को भी इस मामले में आरोपित बनाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खलीलाबाद का रहने वाला पंकज कुमार यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। उसकी पोस्टिंग बलिया जिले में है। पंकज की पत्नी को पेट से जुड़ी बीमारी है। वह कैंट इलाके में छात्रसंघ चौराहे के पास क्लीनिक चलाने वाले डॉ. अनुज सरकारी के यहां पत्नी का इलाज करा रहा था। गुरुवार की शाम को पत्नी को दिखाने आया था। आरोप है कि अल्ट्रासाउंड के पैसे को लेकर विवाद के बाद गुस्से में आए सिपाही ने डॉक्टर को धक्का दे दिया था। इसके बाद डॉक्टर के स्टाफ ने सिपाही की जमकर पिटाई की थी। आरोप है कि उसके सिर में चोट आयी थी। मामला थाने पर पहुंचा था, लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था।
गुरुवार की घटना से आहत सिपाही पंकज शुक्रवार को एक बार फिर डॉक्टर के क्लीनिक पर पहुंचा और उसने इस दौरान डायल 112 पर फोन कर विवाद की जानकारी देकर पुलिसवालों को भी बुला लिया। पुलिसवालों के साथ डॉक्टर के चैंबर में पहुंचा और हथौड़ी से डॉक्टर पर हमला कर दिया। सिर पर हथौड़ी लगने से डॉक्टर घायल हो गए। उसके बाद डायल 112 के सिपाही व अन्य लोगों ने पंकज को काबू में किया। उधर, इस घटना से गुस्साए डॉक्टर के स्टाफ ने पंकज की पिटाई की। डॉक्टर पर हमले की खबर के बाद इंस्पेक्टर कैंट फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। सूचना पर एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर भी पहुंच गये। डॉक्टर से बात कर पूरे घटना की जानकारी ली। चेंबर में मौजूद सीसी टीवी कैमरे की जांच की और कार्रवाई का निर्देश दिया।
पत्नी की बीमारी की वजह से हुआ सस्पेंड
संतकबरीनगर निवासी सिपाही पंकज कुमार की बलिया जिले में तैनाती है। अपनी पत्नी की बीमारी को लेकर वह ज्यादा परेशान था। बीमारी के चलते ही अधिक समय तक छुट्टी न मिलने के चलते वह गैरहाजिर चल रहा था। जिसकी वजह से उसे सस्पेंड कर दिया गया था। वर्तमान में वह घर पर रहकर पत्नी का इलाज करा रहा था।
पत्नी के सामने पिटाई से आहत होने पर हमले की आशंका
गुरुवार को हुए विवाद के बाद पत्नी के सामने पिटाई से आहत होने पर शुक्रवार की घटना की आशंका जताई जा रही है। आरोप यह भी है कि सिपाही पिटाई को लेकर कार्रवाई की मांग कर रहा था लेकिन समझा-बुझाकर समझौता करा कर उसे घर भेज दिया गया था। डॉक्टर पक्ष का कहना था कि उसने ही विवाद किया और डॉ. अनुज को धक्का दे दिया था। डॉक्टर पक्ष पिटाई से इंकार करता रहा। डॉक्टर पक्ष का कहना था कि सिपाही के सिर में चोट उसकी पत्नी की चूड़ी की वजह से आई है। जबकि सिपाही ने डॉक्टर और उनके लोगों पर पिटाई का आरोप लगाया, उसी पिटाई से सिर में भी चोट लगने की बात कही थी। शुक्रवार को वह दोबारा तैयारी के साथ डॉक्टर के क्लीनिक पर पहुंचा था। वह एक झोला लेकर आया था जिसमें डॉक्टर के पर्चे के अलावा एक हथौड़ी भी रखी थी।
डायल 112 की पुलिस बुलाकर घुसा चैम्बर में
सिपाही पंकज को पता था कि गुरुवार को हुए विवाद के बाद उसे डॉक्टर के चैंबर तक जाने को नहीं मिलेगा, लिहाजा उसने 112 नम्बर पर फोन कर बताया कि डॉ. अनुज सरकारी के यहां वह आया है। उसे डॉक्टर और उनके लोगों ने पीटा है। इस सूचना पर पीआरवी के पुलिसकर्मी पहुंचे और उन्हीं के साथ वह डॉक्टर के चैंबर में घुस गया। पीआरवी के सिपाही डॉक्टर से मारपीट की वजह पूछने गए थे पर अंदर घुसते ही आरोपी सिपाही पंकज ने अपने झोले से हथौड़ी निकाल कर उनके सिर पर दो बार प्रहार कर दिया। हमले में डाक्टर को कनपटी पर चोट आई।
डायल 112 के सिपाही भी रह गए सन्न
जिस तरह से पंकज ने अचानक डॉक्टर पर हमला किया, इससे पीआरवी के सिपाही भी सन्न रह गए। वह उसे पकड़ने में जुट गए। उधर, डॉक्टर की पिटाई देखकर उनके स्टाफ ने पकड़ कर उसकी पिटाई कर दी। यही नहीं, डॉक्टर पक्ष को पहले लगा कि पंकज अपने साथ पुलिसकर्मियों को बुलाकर हमला करने आया है, लिहाजा उन्होंने पुलिस थाने में दी गई पहली पहली शिकायत में डायल 112 के दोनों सिपाहियों को भी पंकज का साथी बताते हुए आरोपी बताया था। हालांकि बाद में जब मामला समझ में आया, तब उन्होंने पीआरवी के सिपाहियों का नाम हटा दिया।
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