मर गया ले जाओ...! के माध्यम से 'संकल्प' के रंगकर्मियों ने मुजफ्फरपुर की पीड़ा को उकेरा
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बलिया। नगर के चौक शहीद पार्क परिसर में गुरुवार को नुक्कड़ नाटक 'मर गया ले जाओ' के माध्यम से संकल्प के रंग कर्मियों ने आम जन को चेताया कि यदि हम अब भी नहीं जागे नहीं संभले तो मुजफ्फरपुर जैसी घटना कभी भी, कहीं भी घटित हो सकती है। एक बेहतर दुनिया और एक बेहतर समाज बनाने के लिए समाज के नागरिकों का जागरूक होना बहुत जरूरी है ।
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से लगभग 200 बच्चों के मरने के हृदय विदारक घटना को संकल्प के रंगकर्मियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दर्शाया नाटक में दिखाया कि हमारा समाज कितना संवेदनहीन होता चला जा रहा है। कोई भी व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी ढंग से निर्वाह नहीं कर रहा है। सरकार पूरी तरह से इस घटना को रोकने में नाकाम है। नाटक में यह भी दिखाया गया कि मरने वाले अधिकांश बच्चे गरीब परिवार के हैं, कुपोषित हैं और खाली पेट अधिक संख्या में लीची खाने की वजह से उन्हें यह बिमारी हो रही है। जिसे 'एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम 'कहा जा रहा है।
नाटक में सड़ रही व्यवस्था पर चोट किया गया । बच्चे तड़प रहे हैं और अस्पताल में उनके लिए कोई सुविधा नहीं । माँ बाप उन्हें गोद में लेकर इलाज करवा रहे हैं। बच्चे लगातार मर रहे हैं, डाक्टर बोलता है मर गया ले जाओ । नाटक देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गये । बच्चों को गोद में लेकल ड्रिप चढ़ाना और गोद में ही बच्चें का मर जाना, हमारे समाज की सबसे भयावह तस्वीर है। संकल्प के रंगकर्मियों ने नाटक के माध्यम से यह भी बताया कि समाज के सभी संवेदनशील व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी और जो जहां है जिस रूप में है हर उस चीज का विरोध करना चाहिए जो समाज विरोधी है समाज के हित में नहीं है। जिन कलाकारों ने इस नाटक में प्रतिभाग किया उनमे आशीष त्रिवेदी के निर्देशन में सोनी , ट्विंकल गुप्ता , आनन्द कुमार चौहान , अर्जुन रावत , रोहित , गोविंदा , अखिलेश , राहुल और अभिषेक रहे। कार्यक्रम स्थल पर डा. राजेंद्र भारती , डा. कादम्बिनी सिंह ,श्रीमती सरोज सिंह, श्री धनन्जय राय , श्री सुधीर ओझा , अमित , अरविंद गुप्ता , संजय मौर्या की उपस्थित महत्वपूर्ण रही।
By-Ajit Ojha
Tags: बलिया

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