बलिया : रानीगंज बाजार में इतना कुछ हुआ, पर...




बैरिया, बलिया। लक दक कार पर उत्तर प्रदेश सरकार का बोर्ड लगाकर व्यापारियों से वसूली करने वाले लोगों को पकड़कर व्यापारियों ने पुलिस को सौंप दिया। हालांकि जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
शुक्रवार को रानीगंज बाजार में अपने को खाद्य विभाग का अधिकारी बताकर व्यापारियों से जबरन वसूली करने वाले लोगों को व्यापारियों ने पुलिस बुलाकर सौंप दिया था। इस संबंध में एसएचओ धर्मवीर सिंह ने उप जिलाधिकारी बैरिया से विधिक राय मांगी तो उप जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी से बात की। उसके बाद एसएचओ से कहा कि उक्त लोग प्रशिक्षण के लिए व्यापारियों से शुल्क जमा कराने का आदेश विधिक रुप से सरकार से प्राप्त किए हैं। इन पर कोई कानूनी कार्रवाई ना हो। इसके बाद पकड़े गए लोगों को कार समेत पुलिस ने छोड़ दिया।
रानीगंज बाजार के व्यापारियों का कहना है कि व्यापारियों से नौ सौ से लेकर पांच हजार तक जबरन पंजीकरण के नाम पर लिया गया था। इस संबंध में पुलिस को जानकारी दी गई थी। वसूली करने वालों को पुलिस को सौंपा गया था। जब एसएचओ धर्मवीर सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बाबत एसडीएम से बात कर लीजिए। एसडीएम से पूछने पर बताया गया कि एडीएम से मैंने बात की। वह लोग प्रशिक्षण के लिए पैसे जमा करा रहे थे। वह भी ऐक्षिक था। इसमें जोर जबरदस्ती की बात नहीं है। अगर किसी से उक्त लोगों ने जबरन वसूली किया है, तो अपना वाद थाने में दर्ज करें। संबंधित पर कार्रवाई होगी।
उधर खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार ने पूछने पर उन्होंने बताया कि व्यापारियो को प्रशिक्षण देने के लिए खाद्य और रसद विभाग से कोलकाता का एक एनजीओ अनुज्ञा पत्र प्राप्त किया है। प्रशिक्षण के लिए एक्षिक रुप से शुल्क जमा कराने के लिए उक्त लोग अधिकृत किए गए थे। उसमें सरकार से कोई लेना देना नहीं है। अगर सरकारी बोर्ड लगाकर कही वसूली हो रही हो तो वह गलत है। फिलहाल इस तरह की कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
शिवदयाल पांडेय मनन

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