बलिया का एक ऐसा ब्लाक, जहां के सभी उच्च प्राथमिक विद्यालय हेडमास्टर विहीन




बैरिया, बलिया। योगी सरकार प्राथमिक शिक्षा की उन्नति के लिए तमाम प्रयास कर रही है, लेकिन दिक्कतें समाप्त होने का नाम नहीं ले रही। शिक्षा क्षेत्र बैरिया की बात करें तो यहां कुल 104 परिषदीय विद्यालय है, जिसमें 40 विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों का पद खाली है। उच्च प्राथमिक विद्यालय सबलपुर ऐसा विद्यालय है, जहां महज एक सहायक अध्यापिका पूनम कुशवाहा की तैनाती है।जबकि बच्चों की संख्या लगभग 150 है। इसकी वजह से बच्चों के पठन-पाठन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इन परिषदीय विद्यालयों में बीते छह से सात सालों से पदोन्नति प्रक्रिया रुकी हुई है।
शिक्षा क्षेत्र मुरली छपरा, बैरिया, रेवती सब जगह की समस्या एक जैसी है। बानगी स्वरूप हम शिक्षा क्षेत्र बैरिया की बात करें तो दयाछपरा, चाईछपरा, चकगिरधर, दलपतपुर दक्षिणी, मिश्र गिरी के मठिया, नवका गांव, रामगढ़, सबलपुर व सुघरछपरा सहित कुल 09 उच्च प्राथमिक विद्यालय है। लेकिन किसी भी उच्च प्राथमिक विद्यालय पर प्रधानाध्यापक की तैनाती नहीं है। इसी तरह दलपतिपुर, मानगढ़, बैरिया, रानीगंज, भीखाछपरा सहित कुल 21 कम्पोजिट विद्यालयों में किसी भी कम्पोजिट विद्यालय पर प्रधानाध्यापक की तैनाती नहीं है।
जबकि कुल 74 प्राथमिक विद्यालयों में 10 पर प्रधानाध्यापकों की तैनाती नहीं है। सहायक अध्यापकों को ही प्रधानाध्यापक का प्रभार दे दिया गया है। इन स्कूलों के संचालन से जुड़े प्रशासनिक कामकाज भी बढ़ गया है। इससे शिक्षण कार्य भी प्रभावित हो रहा है। छह से सात सालों से परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की पदोन्नति को लेकर केवल नियम बनाए गए हैं। बीते जुलाई में शासन ने ऑनलाइन स्थानांतरण व समायोजन का आदेश जारी किया था, लेकिन तीन माह बाद भी यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। इससे बेसिक अध्यापकों में आक्रोश व्याप्त है।


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