तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा बलिया का लाल, मचा कोहराम ; सैनिक पिता को निहारता रहा चार वर्षीय बेटा

तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा बलिया का लाल, मचा कोहराम ; सैनिक पिता को निहारता रहा चार वर्षीय बेटा

श्वेता पाठक
सिकंदरपुर, बलिया। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के भीमहर निवासी सेना में लांस नायक के पद पर कार्यरत पंकज सिंह (35) पुत्र स्व. धनेश्वर सिंह का शव सोमवार को गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजन दहाड़े मार कर रोने लगे। जवान बेटे का शव देख मां मीना देवी की आंखे पथरा गई। वहीं पत्नी नीलम व 10 वर्षीय बेटी वैष्णवी व छह वर्षीय वानवी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। जबकि सबसे छोटा चार वर्षीय पुत्र सूर्यांश मां और बहनों को रोते देख चिल्लाने लग रहा था। पत्नी और मासूम बच्चों की स्थिति देख हर कोइ गमगीन था।

बता दें कि पंकज सिंह सेना में लांस नायक के पद पर कोलकाता में तैनात थे। तैनाती के दौरान ही करीब एक माह पहले उनकी तबियत ख़राब हो गई। उनका इलाज  कोलकाता स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल में चल रहा था। इलाज के दौरान सोमवार तड़के पंकज की मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही गांव के लोग शोकाकुल हो गए। 

जवान का अंतिम संस्कार शाम को डुहा विहरा स्थित सरयू घाट पर किया गया। मुखाग्नि पंकज के चाचा छांगूर सिंह ने दी। इस दौरान सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर से अपने साथी को अंतिम सलामी दी। इस मौके पर पूर्व मंत्री राजधारी सिंह, पूर्व विधायक भगवान पाठक, ब्लाक प्रमुख केशव चौधरी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अखिलेश सिंह उर्फ़ गुड्डू सिंह, रामविलास राम सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।

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