बलिया बीएसए के पत्र से कई शिक्षक संगठनों को लगा झटका, मान्य संगठनों की लिस्ट जारी

बलिया बीएसए के पत्र से कई शिक्षक संगठनों को लगा झटका, मान्य संगठनों की लिस्ट जारी

बलिया। सचिव, उप्र बेसिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज के पत्रों का हवाला देते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी मनिराम सिंह ने उन तीन शिक्षक संगठनों का नाम उद्घोषित किया है, जो शिक्षकों से सम्बंधित समस्याओं को लेकर पत्राचार कर सकेंगे। इसमें उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, उप्र जूनियर हाईस्कूल (पू. माध्यमिक) शिक्षक संघ व राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शामिल है। इससे इतर अन्य कोई भी संगठन वैद्य नहीं है।

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बीएसए द्वारा जारी पत्र के मुताबिक, प्रायः देखने में आता है कि मान्य संगठनों के अतिरिक्त विभाग पर अनुचित दबाव बनाये जाने के उद्देश्य से अनेक ऐसे पत्र प्राप्त होते हैं, जो विभाग द्वारा अनुमन्य अथवा अनुमन्य संगठनों की ओर से निर्गत नहीं होते है। जिसके कारण अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होती है। उक्त प्रकार का कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है तथा उप्र सरकारी सेवक (आचरण एवं अपील) 1999 के सर्वथा विरुद्ध है।

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कार्मिक प्रशासन के नियमों के अन्तर्गत सरकारी कर्मचारी से सरोकार रखने वाला कोई भी संगठन अपने गठन के छः माह के बाद अमान्य होता है। यदि इन छः माह की अवधि में उसके मूल विभाग से मान्यता प्राप्त न हो जाय। यह भी नियम है कि कोई भी कार्मिक किसी ऐसे संगठन का सदस्य रहना अथवा किसी अमान्य संगठन का संचालन करना कार्मिक प्रशासन के नियमों के विपरीत है।मान्यता प्राप्त उक्त संगठनों में परस्पर मतभेद हो सकते हैं, किन्तु मान्य संगठनों के अस्तित्व पर प्रश्नचिह्न नहीं लगाया जा सकता है तथा मान्य संगठनों के सदस्य रहना ही विधिमान्य है। 

उपरोक्त तीन संगठनों के अतिरिक्त जनपद बलिया में परिषदीय अध्यापकों का किसी अन्य संगठन के सदस्य बनाना अथवा ऐसे संगठन का संचालन व पत्राचार करना विधि शून्य है। भविष्य में उपरोक्त मान्य संगठनों के अतिरिक्त किसी भी अमान्य संगठन की सदस्यता रखने वाले अथवा ऐसा संगठन संचालित करने वाले अध्यापक को उप्र सरकारी सेवक (आचरण एवं अपील) नियमावली 1999 के प्रतिकूल आचरण किये जाने का दोषी मानते हुए तदनुसार कार्यवाही सम्पादित की जाएगी।

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