बलिया : यह सड़क है या झील... समझ पाना मुश्किल

बलिया : यह सड़क है या झील... समझ पाना मुश्किल


बिल्थरारोड, बलिया। बिल्थरारोड क्षेत्र के नागरिक एक तरफ कोविड-19 के संक्रमण तो दूसरी तरफ राजमार्गों के बीच बने जानलेवा गड्ढों से परेशान हैं। ऊपर से हो रही लगातार बारिश से सड़क का हाल बदतर हो गया है। जानलेवा बन चुकी सड़कों का पुनर्निर्माण तो दूर मरम्मत कराने के प्रति भी जिम्मेदार उदासीन है। इससे क्षेत्रवासियों में जनप्रतिनिधियों के प्रति काफी आक्रोश है। 

नीरज कुमार तिवारी

बलिया से आजमगढ़ व मऊ को जोड़ने वाला राजमार्ग चौकियामोड़ से लगायत देवेन्द्र पीजी कालेज तक बेहद ही जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। सड़क के गड्ढों को देखकर ऐसा लगता है कि गड्ढे में ही सड़क है। सड़क की इस दशा के चलते आये दिन बड़े वाहन इन गड्ढों के शिकार होते रहते हैं। वाहनों के गड्ढों में फंस जाने से घंटों जाम से लोगों को रुबरू होना पड़ता है। इधर हुई बारिश ने तो सड़क का और भी बुरा हाल कर दिया है। वर्षा का पानी  सड़कों में बने गड्ढों में भर जाने के चलते वाहनों का चलना और भी दुश्कर हो गया है।माल लदी ट्रकों के फंस जाने से आये दिन दुर्घटना जारी है। इस मामले में जिले के आला अधिकारी व पीडब्ल्यूडी विभाग भी गंभीर नहीं है। इस मार्ग का तब तक पुनः गुड्ढे का रुप ले ली। भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व नगर अध्यक्ष नीरज कुमार तिवारी ने आम जनता के हित में प्रदेश सरकार से तत्काल इस मार्ग का मरम्मत कराने की जनहित में मांग की है।

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