सैन्य अफसर बनेगा शिक्षक पुत्र अमृतांशु, NDA में मिली सफलता पर बलिया से लेकर गाजीपुर तक खुशी की लहर




बलिया। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी एवं नौसेना अकादमी परीक्षा-2022 में शिक्षक पुत्र अमृतांशु सिंह ने पहले ही प्रयास में सफलता अर्जित की है। जल्द ही अमृतांशु को तीन साल की ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। उसके बाद उसका सैन्य अफसर बनने का सपना पूरा होगा। अमृतांशु के पिता प्रथमेश सिंह सहायक अध्यापक है, जबकि मां रंजना सिंह गृहणी है। अमृतांशु की सफल उड़ान से न सिर्फ घर-परिवार, बल्कि शुभचिंतकों में भी खुशी की लहर है।
पिता प्रथमेश सिंह के साथ अमृतांशुशिक्षा क्षेत्र रसड़ा के प्राथमिक विद्यालय सरदिलपुर पर रहे (अब गाजीपुर के बाराचंवर ब्लाक में तैनात) सहायक अध्यापक प्रथमेश सिंह मूल रूप से गाजीपुर जनपद के गाजीपुर सिंगरा कासिमाबाद के रहने वाले है। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद बेसिक शिक्षक बने प्रथमेश सिंह के पुत्र अमृतांशु सिंह हरेक क्षेत्र में बीस साबित हुए हैं। वह न केवल शैक्षणिक, बल्कि गैर शैक्षणिक गतिविधियों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते रहे हैं।केन्द्रीय विद्यालय मऊ से 10वीं और 12वीं की परीक्षा क्रमशः 77 व 85 प्रतिशत अंकों के साथ उतीर्ण करने वाले अमृतांशु का सपना शुरू से ही सैन्य अफसर बनने का रहा है।
बेहतर पारिवारिक ढ़ाचे में पले-बढ़े अमृतांशु ने बताया कि बचपन से ही उन्हें सैन्य वर्दी की ललक थी। उसी को लक्ष्य मानकर तैयारी की। अमृतांशु ने अपने कॅरियर की मंजिल तय कर ली है। वह सेना का हिस्सा बनने की राह में बढ़ चुके हैं। अमृतांशु ने बताया कि पहले प्रयास में मिली सफलता से वह बहुत खुश है। अमृतांशु की असली उड़ान पर शिक्षक अजय सिंह, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, धनंजय साहू, अरुण कुमार, प्रवीण भारती, जितेंद्र सिंह सोनू इत्यादि शिक्षकों ने बधाई दी है।
बाबा रिटायर्ड शिक्षक है, चाचा सेना में सूबेदार
अमृतांशु के बाबा दयाशंकर सिंह रिटायर्ड शिक्षक है, जबकि पिता प्रथमेश सिंह सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद बेसिक शिक्षक है। वहीं, चाचा अमिताभ सिंह सेना में सूबेदार है। अमृतांशु की छोटी बहन बीएससी कर रही है।अमृतांशु ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व परिजनों के साथ कड़ी मेहनत को दिया है।

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