बलिया : अंधेरे में डूबा आजादी के महानायक का पैतृक गांव, बिजली विभाग मौन

बलिया : अंधेरे में डूबा आजादी के महानायक का पैतृक गांव, बिजली विभाग मौन


दुबहड़, बलिया। स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रदूत शहीद मंगल पांडे के पैतृक गांव नगवां में पिछले चार दिनों से 100 केवी का ट्रांसफार्मर फूंका पड़ा है, जिससे पूरा गांव अंधेरे में डूबा है। लोग भीषण गर्मी में बेहद परेशान हैं। जरूरी कार्य चार दिनों से ठप पड़े हुए हैं, लेकिन विभाग मौन है। वह भी तब, जब ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर फूंकने के बाद ही संबंधित अधिकारियों को सूचित कर ट्रांसफार्मर बदलवाने का अनुरोध किया था।

बावजूद न तो ट्रांसफार्मर बदला न वर्कशॉप में गया। ऐसे में प्रदेश सरकार के 24 घंटे के अंदर ट्रांसफार्मर बदलने वाली बात का हवा निकलता साफ दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस भीषण गर्मी में रह पाना  काफी मुश्किल है। विभाग में शासन के आदेश का किस कारणों से पालन नहीं हो पा रहा है, यह समझ से परे है। उधर, पब्लिक को बिना बिजली परेशानियां झेलनी पड़ रही है।

बावजूद उसके उनके बिल में कोई कटौती नहीं हो रही है। दोहरी मार झेल रहे ग्रामीणों ने जिले के आला  अधिकारी डीएम साहब से अनुरोध कर तत्काल शहीद मंगल पांडे के पैतृक गांव नगवा में ट्रांसफार्मर बदलवा कर विद्युत सप्लाई बहाल करने की मांग की है। इलाके के संबंधित जेई मनोज यादव से संपर्क करने पर उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि आप लोग वर्कशॉप के जेई से संपर्क करें।

Related Posts

Post Comments

Comments

Latest News

Good news for liquor Enthusiasts : बलिया में क्रिसमस और New Year पर देर रात तक खुलेंगी आबकारी दुकानें Good news for liquor Enthusiasts : बलिया में क्रिसमस और New Year पर देर रात तक खुलेंगी आबकारी दुकानें
बलिया : जिलाधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट ने जनपद की समस्त आबकारी की फुटकर दुकानों के संचालन को लेकर आदेश जारी किया है।...
24 December Ka Rashifal : कैसा रहेगा अपना बुधवार, पढ़ें आज का राशिफल
बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर बलिया में उबाल, फूंका गया मोहम्मद यूनुस का पुतला
विधायक खेल स्पर्धा : बांसडीह में खिलाड़ियों में दिखा गजब का उत्साह
बलिया में स्कूली बच्चों और जरूरतमंदों के बीच मनी सेनानी भगवान देव सिंह की पुण्यतिथि
रेप केस में पूर्व विधायक को हाईकोर्ट से मिली बड़ी राहत
पति की हत्या कर ग्राइंडर से किए कई टुकड़े, हाथ-पैर और धड़ को ऐसे लगाया ठिकाने