2000 स्वीकार नहीं, बलिया के अनुदेशकों ने सीएम को भेजा यह मांग पत्र
On
![](https://www.purvanchal24.com/media-webp/2023-12/img-20231212-wa0025.jpg)
![](https://www.purvanchal24.com/media-webp/2024-02/img-20240209-wa0010.jpg)
![](https://www.purvanchal24.com/media-webp/2024-04/img-20240403-wa0030.jpg)
![](https://www.purvanchal24.com/media-webp/2024-07/img-20240717-wa0015.jpg)
बलिया। अनुदेशक शिक्षक संघ ने मानदेय वृद्धि और नियमितिकरण के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। कहा है कि अनुदेशक प्रदेश के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सत्र 2013 से अल्प मानदेय पर कार्यरत हैं। सत्र 2016 में अनुदेशकों का मानदेय बढ़ाकर 8470 हो गया था, जो कि प्राप्त होता रहा है।सत्र 2017 में हम अनुदेशकों का मानदेय 17000 स्वीकृत हुआ, लेकिन भुगतान अभी तक नहीं हुआ। यही नहीं, जो 8470 का भुगतान हो रहा था, उसमें भी 1470 रुपये की कटौती कर पूरे साल की रिकवरी भी कर ली गयी। मानदेय 8470 की बजाय 7000 दिया जाने लगा। जबकि कोर्ट के आदेश के उपरांत भी आज भी 17000 मानदेय होना चाहिए।
अनुदेशकों ने कहा है कि इधर चुनाव के समय 2000 की बढ़ोतरी मुख्यमंत्री जी द्वारा किया गया है, जिसका अनुदेशक शिक्षक संघ विरोध करता है। एक जूनियर हाई स्कूल में पढ़ाने वाला शिक्षक क्या 9000 में अपना परिवार चला सकता है? इस महंगाई के समय में 9000 रुपये में जीवन यापन करना बहुत ही दयनीय है। बेहतर समाज के निर्माण कर्ता को द्वेष की भावना से देखना और उपेक्षा करना सही है। मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन अनुदेशक शिक्षक संघ ने मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को दिया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष शमशाद खां, राकेश सिंह, राघवेन्द्र सिंह, अरुण पांडेय, दीक्षा तिवारी, शबाना खातून, गुलनाज बानो, प्रियंका पाण्डेय, विक्रांत सिंह, वारिस खान, प्रशांत सिंह, शशिभूषण यादव, रामप्रताप, अविनाश सिंह, दीपक सिंह सत्य प्रकाश व अन्य अनुदेशक मौजूद रहें।
Tags: Ballia News
Related Posts
![](https://www.purvanchal24.com/media-webp/2024-02/img-20240209-wa0011.jpg)
![](https://www.purvanchal24.com/media-webp/2023-07/011.webp)
Post Comments
![](https://www.purvanchal24.com/media-webp/2023-07/img-20230517-wa0014.webp)
Latest News
27 Jul 2024 10:05:57
Ballia : फेफना थाना क्षेत्र अंतर्गत कपूरी एवं टाटा मोटर्स के बीच खड़े ट्रक में पिकअप ने जोरदार टक्कर मार...
Comments