हिंदी हूं, हां हिंदी हूं

हिंदी हूं, हां हिंदी हूं


हिंदी हूं, हां हिंदी हूं
मां भारती के माथे की बिन्दी हूं
प्रखर हूं, वृहद हूं, सम्पूर्ण विश्व की आवाज हूं
भूत हूं, भविष्य हूं, बदलते परिवेश का आज हूं
आन हूं, बान हूं, हर हिंदी की शान हूं
महकते गुलशन का ताज हूं
देखे हैं उतार चढ़ाव मैंने
गुलामी का जंजीरों से निकला माहताब हूं
दिलों में जोश को भरने वाली
तुफानों में जलती लौ का शबाब हूं
अदद खड़ा हिमालय हूं
झर झर बहती कालिन्दी हूं
हिंदी हूं, हां हिंदी हूं
मां भारती के माथे की बिन्दी हूं।

प्रभाकर गुप्ता, सअ
कंपोजिट विद्यालय वाराडीह लवाई पट्टी
शिक्षा क्षेत्र : नगरा-बलिया

Related Posts

Post Comments

Comments

Latest News

ददरी मेला बलिया : 6.5 लाख में लकड़ी मार्केट, 26 लाख में हुई पार्किंग की नीलामी ददरी मेला बलिया : 6.5 लाख में लकड़ी मार्केट, 26 लाख में हुई पार्किंग की नीलामी
बलिया : जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में मंगलवार को गंगा बहुद्देशीय सभागार में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में...
29 October Ka Rashifal : कैसा रहेगा अपना बुधवार, पढ़ें आज का राशिफल
बलिया में EVM और वीवीपैट वेयरहाउस का डीएम ने किया निरीक्षण
सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक में सख्त दिखा Ballia डीएम का तेवर, इन विभागों को मिली सुधार नोटिस
ददरी मेला की व्यवस्था से बेदखल हुए नगर पालिका चेयरमैन, बलिया DM को मिला संचालन का पूरा अधिकार
बलिया में Road Accident : बाइक सवार युवक की मौत, दो की हालत गंभीर
TSCT ने निभाई जिम्मेदारी, बलिया के दिवंगत शिक्षक की शिक्षामित्र पत्नी को मिली 49.79 लाख की मदद