बलिया में गंगा घाट पर साधना, बटुकों ने समाज को दिया बड़ा संदेश




बलिया : रामगढ़ गंगापुर स्थित महर्षि भृगु वैदिक गुरुकुलम गुरुकुल के बटुकों द्वारा विश्व ध्यान दिवस पर माँ गंगा के पावन घाट पर सामूहिक ध्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया। मंत्रोच्चार और शांति के वातावरण में संपन्न इस साधना ने सम्पूर्ण घाट को सात्त्विक ऊर्जा से भर दिया।

गुरुकुलम के संस्थापक आचार्य मोहित पाठक जी ने कहा कि “ध्यान केवल आंख बंद करने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि मन को संस्कारित कर जीवन को दिशा देने की साधना है। यदि बाल्यावस्था से ही ध्यान को जीवन में अपनाया जाए तो समाज स्वतः ही संस्कारवान और शांति पूर्ण बन सकता है।”

कहा कि वर्तमान समय में बढ़ते तनाव, अशांति और वैचारिक भ्रम से मुक्ति का सबसे सरल और प्रभावी मार्ग ध्यान है। गंगा जी के तट पर किया गया यह सामूहिक ध्यान कार्यक्रम प्रकृति, संस्कृति और संस्कार के समन्वय का जीवंत उदाहरण है। बटुकों द्वारा किया गया यह आयोजन समाज को प्रेरणा देता है कि आधुनिकता के साथ आध्यात्मिक चेतना का संतुलन ही राष्ट्र को सशक्त बनाता है। कार्यक्रम के अंत में विश्व कल्याण एवं सामाजिक सद्भाव की कामना की गई। इस अवसर पर आचार्य अभिषेक पाण्डेय, अमन महाराज, रिंकू गुप्ता, उमाशंकर पांडेय, राजकुमार उपाध्याय सहित सभी आचार्य उपस्थित रहे।

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