वार्षिकोत्सव 'द वर्व ऑफ बलिया 2022' : सनबीम स्कूल के सितारों ने जमीं पर बिखेरे इन्द्र धनुष के सारे रंग




विद्यालय सरस्वती का ऐसा मन्दिर हैं, जिसमें छात्रों का बौद्धिक, मानसिक एवं शारीरिक विकास होता हैं। इसलिए पूरे शिक्षा सत्र छात्रों को केवल पुस्तकें पढ़ने में ही नहीं, उन्हें समय-समय पर ऐसी अन्य प्रवृत्तियों में भी लगाए रखना जरुरी हैं, जिनसे उनका मन तरोताजा रहे। अध्ययन में उनकी अभिरुचि बढ़े। इस तथ्य पर सनबीम बलिया में पाठ्यक्रम के साथ अन्य सहगामी प्रवृत्तियों का संचालन किया जाता है, जिनका समग्र रूप सनबीम बलिया के वार्षिकोत्सव में दिखा...
बलिया। धर्म, आस्था और सभ्यता के संगम पर बसी भृगुनगरी में लोक संस्कृति के विविध रूपों को परोसने की जिम्मेदारी बाल कलाकारों पर हो तो लोग खुद-ब-खुद झूमने को मजबूर हो जाते हैं। रविवार को गड़वार रोड स्थित सनबीम स्कूल अगरसंडा के वार्षिकोत्सव पर बच्चों ने अपनी प्रस्तुति से सबको रोमांचित व आनंदित किया।
लोक संस्कृति के विविध रंगों की मनोहारी छटा ने हर आम व खास को मंत्रमुग्ध कर दिया। बीच-बीच में तालियों की गड़गड़ाहट विद्यार्थियों के उमंग को दोगुना करती रही। वहीं, अपने पाल्यों के गायन, वादन व मनभावन प्रस्तुति को देख अभिभावक भी फूले नहीं समा रहे थे। सनबीम स्कूल के नमन हॉल में मौजूद हर नजर छोटे उस्तादों की अद्भुत, अकल्पनीय और अविस्मरणीय कलाकारी देख आश्चर्यचकित थी। अवसर था विद्यालय के भव्य वार्षिकोत्सव जेनेसिस 2022 'वर्व ऑफ बलिया' का।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथियों द्वारा तुलसी बेदी पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। बच्चों ने गणेश वंदना की। तत्पश्चात, जूनियर बच्चों के सधे हुए नृत्य पर उपस्थित लोगों की नजरें मानो अपलक ठहर गई हों। दर्शक दीर्घा में बैठा हर कोई इस मनभावन दृश्य से उत्साहित व रोमांचित हो रहा था। प्रांगण के खुले परिसर में चांद की धवल चांदनी जहां अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही थी, वहीं संपूर्ण श्रमिक विद्यालय विद्युत की कृत्रिम व दूधिया रोशनी से रोशन होकर दुल्हन की भांति अपनी अद्भुत छटा बिखेर रहा था।
हाल में विद्युत के रंगारंग चकाचौंध के बीच पारंपरिक व आधुनिक वाद्य यंत्रों के सुर, लय, ताल से तालमेल करते गीत-संगीत-नृत्य-नाट्य प्रस्तुति आदि ने हर किसी को जोश से भर दिया। कराटे के प्रदर्शन ने जहां लोगों में कौतूहल जगाया, वहीं बच्चों के भाषण करतब व प्रस्तुता के शब्दों का जादू समग्र परिसर में समा बांध रही थी।
मुख्य अतिथि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के कुलपति प्रोफ़ेसर प्रदीप कुमार मिश्र ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए शिक्षण गतिविधि के साथ-साथ कला कौशल पर अपने विचार व्यक्त किए। वाराणसी से पधारे सनबीम ग्रुप आफ एजुकेशनल डीएचके एडूसर्व के निदेशक हर्ष मधोक ने सनबीम स्कूल के विशिष्ट शैली में बच्चों की उभरती प्रतिभा को रेखांकित किया। सनबीम इंस्टिट्यूशन के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर संदीप मुखर्जी ने भी बच्चों व टीम की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
डीएचके एडुसर्व क्यूसीआर एंड डी के एडिशनल डायरेक्टर पीवी पाल ने कहा कि सनबीम विद्यालय एक वृहद परिवार की तरह है। इसमें बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जाता है। उन्हें हर एक नई विधा से जोड़ा जाता है। उन्हें विकास का हर अवसर प्रदान किया जाता है। चेयरमैन संजय पांडेय ने विद्यालय के निरंतर विकास पर प्रकाश डाला। सचिव अरुण कुमार सिंह ने बच्चों के सतत लगन और परिश्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
विद्यालय के डायरेक्टर डॉ कुंवर अरुण सिंह ने कहा कि विद्यालय का उद्देश्य मात्र पठन-पाठन तक ही केंद्रित नहीं है, अपितु अपने छात्रों को बहुमुखी प्रतिभा से जोड़ना भी है। आधुनिक शिक्षा व क्रियाकलापों के जितने भी मापदंड हैं, हम अपने प्रयासों से निरंतर उसमें खरे उतरते जा रहे हैं। यह सब अभिभावकों के उस अटूट भरोसे से ही सम्भव हो सका है, जो अपने नौनिहालों को सौंपते समय हम पर दिखाया है। यही कारण है कि अभी हाल में ही दिल्ली में, देश के सम्मानित हुए सर्वश्रेष्ठ 500 विद्यालयों में से आपके बलिया का यह 'सनबीम' भी एक रहा है। नवाचारी शिक्षा को शत-प्रतिशत प्रतिष्ठित करने के लिए हम दिन-रात एक किए हुए हैं। आगे भी हम ऐसे ही दृढ़ संकल्पित होकर अपने छात्रों को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उनकी प्रतिभा के अनुसार प्रतिष्ठित होने का अवसर प्रदान करेंगे।
प्रधानाचार्या डॉ अर्पिता सिंह ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों व आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने विद्यालय की गतिविधियों को विस्तार से प्रस्तुत किया। साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं कार्यक्रम में योगदान देने वाले सभी लोगों की प्रशंसा की। इस दौरान विद्यालय की विभिन्न गतिविधियों में विजेता छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।
अतिथियों द्वारा विद्यालय की पत्रिका का लोकार्पण भी किया गया। मीडिया जगत से कार्यक्रम में शामिल पत्रकारों को वाइस चेयरमैन द्वारा सम्मानित किया गया। संचालन में विद्यालय के छात्र-छात्राएं क्रमशः सर्वकृतिका, हर्षिता, शौर्य, आरुषि, उत्कल व अक्षत थे। इस अवसर पर शिक्षा व विभिन्न जगत से आए गणमान्य सुधि जनों के साथ प्रशासक, सभी कोऑर्डिनेटर्स व शिक्षकगण मौजूद रहे।


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