मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर बलिया में ऑनलाइन गोष्ठी, साहित्य सदन की शानदार पहल

मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर बलिया में ऑनलाइन गोष्ठी, साहित्य सदन की शानदार पहल


मनियर, बलिया। कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 140वीं जयंती पर ऑनलाइन विचार वेबिनार का आयोजन साहित्य सदन पुस्तकालय/वाचनालय मनियर द्वारा किया गया। 'वर्तमान समय और प्रेमचन्द' विषयक वेबिनार में डॉक्टर जैनेन्द्र पाण्डेय एवं डॉक्टर अखिलेश राय प्रवक्ता टाउन डिग्री कॉलेज बलिया मुख्य वक्ता एवं दीपक कुमार राय अज़ीम जी फ़ाउन्डेशन जयपुर ने विशिष्ट वक्ता के रूप में अपना विचार व्यक्त किया।

डा. पाण्डेय ने कहा कि वर्तमान समय में में भी प्रेमचंद के साहित्य को संवेदनशील होकर सोचने की आवश्यकता है। इससे जीवन में बदलाव लाया जा सके। डा अखिलेश राय ने प्रेमचंद के साहित्य पर अपना दृष्टिकोण रखा। दीपक कुमार राय ने वर्तमान समय में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और साहित्यकार की स्थिति पर अपना दृष्टिकोण रखा।

ऑनलाइन वेबिनार में रणजीत सिंह, अखिलेश कुमार सिन्हा, अजीत कुमार सिंह, उमेश कुमार सिंह, मदन जी, मिन्टू जी, सुमन जी उपाध्याय, नन्दलाल शर्मा, अजीत कुमार, अब्दुल अव्वल, शास्वत उपाध्याय, सुमेर जी आदि ने सम्मिलित होकर कथा सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अमूल्य योगदान दिये। वक्ताओं एवं अतिथियों का स्वागत गोपाल जी एवं आभार व्यक्त सचिव जगदीश जी ने किया। विचार गोष्ठी का संचालन आशुतोष तोमर द्वारा किया गया।


वीरेन्द्र सिंह

Post Comments

Comments

Latest News

Ballia News : अन्नपूर्णा भवन निर्माण में अनावश्यक हस्तक्षेप से ग्रामीणों में रोष Ballia News : अन्नपूर्णा भवन निर्माण में अनावश्यक हस्तक्षेप से ग्रामीणों में रोष
बलिया : ग्राम पंचायतों में कोटे की दुकानों के संचालन के लिए अन्नपूर्णा भवन बनाने की योजना है। जिस क्रम...
शादी समारोह में शामिल युवक की गोली मारकर हत्या
Pushpa 2 : सातवें दिन 1000 करोड़ पार, पुष्पा 2 ने तोड़ा जवान-पठान समेत सबका रिकॉर्ड
बलिया : इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजने का डीएम ने दिए निर्देश
afghanistan vs zimbabwe : अफगानिस्तान को  हराकर जिम्बाब्वे ने किया बड़ा उलटफेर
12 December Ka Rashifal : क्या कहते हैं आपके सितारे, पढ़ें आज का राशिफल
Big Breaking : यूपी में 29 शिक्षा अधिकारियों के तबादले, 13 जिलों को मिले DIOS, तीन BSA भी...