बलिया : इसलिए बढ़ रही है भावी जोड़ों की धड़कन

बलिया : इसलिए बढ़ रही है भावी जोड़ों की धड़कन


मनियर, बलिया। सबको मालूम है बाहर की हवा कातिल है, यूं ही कातिल से उलझने की जरूरत ही क्या है...। किसी अनाम शायर की यह शायरी सामान्य लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि दूल्हा दुल्हन की हार्टबीट बढ़ा दी है। शादी-विवाह की सारी तैयारियों पर कोरोनावायरस ने पानी फेर दिया है। लॉक डाउन की नियत तिथि 14 अप्रैल के बाद लगन का मुहुर्त शुरू हो रहा है। 

कई लोगों की शादी अप्रैल में ही है। वे लोग असमंजस में है कि लाक डाउन समाप्त होगा या आगे बढ़ेगा ? कई लोग लाक डाउन बढ़ने की उम्मीद में शादियां कैंसिल कर रहे हैं तथा कई लोग लाक डाउन समाप्त होने का इंतजार। वहीं कुछ लोग बिना भीड़भाड़ के शादी समारोह मंदिर या लड़की पक्ष के घर दो चार लोगों की उपस्थिति में कराने की योजना बना रहे हैं, लेकिन पूरे परिवार को एक मत करने में माथा पच्ची करना पड़ रहा हैं। 

जिनके पूरे परिवार एकमत होकर सादे समारोह में शादी करने की योजना बना रहे हैं, वे लोग बहुत ही महान हैं। उनकी सोच प्रेरणादायक है। एक तो भीड़भाड़ से बचा जा सकता है। दूसरे में बैंड बाजा, आतिशबाजी, वाहन  मैरिज हाल इत्यादि की भारी-भरकम खर्च की बचत होगी। साथ ही साथ इस करोना वायरस के संक्रमण से बचाव भी होगा। सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहेगी। लोगों को कुछ कहने का मौका नहीं मिलेगा। सब कुछ फायदा ही है। 

वीरेन्द्र सिंह

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