हर दिल में उतरी उप डाकपाल के सम्मान में बलिया डाक अधीक्षक की ये पंक्तियां
बलिया : आंखों से दूर सही दिल से कहां जाएगा, जाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा... उक्त बाते प्रधान डाक घर बलिया के प्रांगण में सेवा निवृत (मंडलीय सचिव अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ व प्रतिनिधि यूपी पोस्टल प्राइमरी कोआपरेटीव बैंक वाराणसी) सहायक उपडाक पाल दिलीप कुमार सिंह के सम्मान में समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में डाक अधीक्षक हेमंत कुमार ने कहा कि यह समय मेरे लिए बहुत दुःखद है, लेकिन हमें दुखी नहीं होना चाहिए। हम सभी को अपने प्रिय साथी को हसी-ख़ुशी विदा करना है।
डाक अधीक्षक हेमंत कुमार ने कहा कि यह पल नौकरी का वह हिस्सा है, जो अपनत्व का गांठ को और मजबूत बनाता है। कहा कि आप सेवानिवृत नौकरी से हो रहे है, हम लोगों के दिल से नहीं। आपके चले जाने के बाद आपकी कमी बहुत महसूस होगी। हम आपकी विदाई से दुखी है। जीवन में आप इसी तरह खूब तरक्की करें और नाम कमाएं, हमारी शुभकामनायें भी है। डाक अधीक्षक ने जब 'धूल से हम सभी आसमां बन गए। चांद का नूर ले, कहकशां गए, ऐसे शख्स को भला कैसे कर दें विदा, जिनकी सेवा से हम क्या से क्या बन गए...' पढ़ी, माहौल भावविभोर हो गया।
विशिष्ट अतिथी अजय सिंह ने कहा कि नौकरी में एक दिन सबको सेवा निवृत होना है, लेकिन अच्छा कार्य करने वाले को भुला पाना काफी मुश्किल होता हैं। विभाग में रहते हुए आपने अपने मृदुल स्वभाव व अपने ईमानदारी पूर्वक कार्यो के बदौलत ही सबके दिलों पर राज किया, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। सेवा निवृत हो कर जा रहे उपडाक पाल दिलीप सिंह ने रूंधे गले से कहा कि मेरे लिए इस तरह का शानदार विदाई समारोह आयोजन करने के लिए आप सभी का हार्दिक आभार। मुझे यह कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि आज कार्यालय में मेरा आखिरी दिन है। आप सभी के साथ काम करते हुए कब 40 वर्ष बीत गये, पता ही नहीं चला।
कार्यक्रम का शुभारम्भ ब्रम्हानन्द सिंह के सरस्वती वंदना व स्वागत गीत से हुआ। इस मौके पर उमाशंकर तिवारी, कन्हैया सिंह, सीबी सिंह, अविनाश उपाध्याय, उदय यादव, अवधेश यादव,राजेश पाण्डेय, रंजन कुमार, अमरनाथ गिरी, विनोद गुप्ता, हरेराम पाण्डेय, सुधीर यादव, इंद्रभूषण, नन्हें प्रसाद, अक्षय कुमार, जितेंद्र सिंह रहे। अध्यक्षता डाकपाल बलिया अब्दुल कलाम व संचालन मुकेश सिंह ने किया। अंत में सबके प्रति आभार प्रकट अजय कुमार सिंह व गिरीश कुमार तिवारी ने किया।
विनोद वर्मा
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