बलिया : दीवाली स्नेह मिलन में दिखा संस्कृति और सभ्यता का अद्भूत संगम




बलिया। संस्कार भारती के तत्वाधान में पं केपी मिश्र मेमोरियल संगीत विद्यालय रामपुर में संगीत एवं कवि गोष्ठी का आयोजन हुआ। अपनी संस्कृति व सभ्यता से अवगत कराने के उद्देश्य से हर वर्ष की भांति इस बार भी दीवाली स्नेह मिलन के उपलक्ष्य में यह आयोजन हुआ। इसके बाद सभी ने मिलकर वीरवार बाबू कुंवर सिंह की मूर्ति के पास मिट्टी के दीए जलाकर संपूर्ण वातावरण को प्रकाशमय कर दिया।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत संस्कार भारती के जिलाध्यक्ष पंडित राजकुमार मिश्र ने सरस्वती वंदना एवं विद्यालय का ध्येय गीत प्रस्तुत कर किया। इस अवसर पर साहित्यकार डा भोला प्रसाद अग्न्या ने कहा कि जन-जन को अपनी संस्कृति एवं संस्कार से अवगत कराने के साथ दीपावली त्यौहार के अवसर पर पर एक-दूसरे को जोड़ने की जो जिम्मेदारी संस्कार भारती ने ली है, वह सराहनीय कदम है। इसमें सब को बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए। कहा कि संगीत एवं साहित्य का चोली दामन का साथ है। संगीत सदा से ही साहित्य में प्राण फूंकने का काम की है। लाल साहब शहर हुआ शिवजी पांडे 'रसराज' ने अपनी कविता और कन्हैया पांडे ने समस्या प्रधान गीत के माध्यम से लोगों को अपनी संस्कृति और सभ्यता को याद रखने पर बल दिया। वहीं दिव्या चौबे ने मां को समर्पित कविता प्रस्तुत की। ओमप्रकाश, रामकुमार तिवारी, अशोक जी पत्रकार, हरेंद्र मिश्र, ज्ञानेंद्र पांडे (प्रधानाचार्य), रमेश चंद्र श्रीवास्तव, पवन पाल, पीयूष चतुर्वेदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में रश्मि पाल, अदिति मिश्रा, निशा कुशवाहा, संजना वर्मा, अभय सिंह कुशवाहा, अवनीश पांडे, राहुल रावत, रिपुंजय तिवारी, परितोष त्रिपाठी, धीरज गुप्ता, रोहन, विपुल आदि ने मिलकर परम्परागत गीत-संगीत का कार्यक्रम किया। अंत में संस्कार भारती के मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया।

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