नौकरी के लिए दिव्यांग बने एक प्रधानाध्यापिका समेत चार शिक्षक बर्खास्त, मचा हड़कम्प
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सोनभद्र। फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी कर रहे चार शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। वहीं, सम्बंधित BEO को सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। अपर जिला अधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह की जांच टीम ने इन शिक्षकों का दिव्यांग प्रमाण पत्र फर्जी पाया है। इस कार्रवाई से विभागीय गलियारे में हड़कम्प मच गया है। सूत्रों की माने तो प्रदेश के अधिकतर जनपदों में फर्जी दिव्यांग प्रमाण के सहारे बहुत शिक्षक अभी भी नौकरी कर रहे है।
बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की जांच चल रही है। जांच के लिए ADM योगेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित है। जांच में शिक्षा क्षेत्र रावर्ट्सगंज के प्रावि अमौली नं. 2 पर तैनात सअ जयप्रकाश व प्रावि बघुआरी पर तैनात सअ माया शुक्ला का दिव्यांग प्रमाण पत्र फर्जी मिला। ये दोनों 15000 शिक्षक भर्ती में चयनित होकर सअ बने थे। इसी तरह वर्ष 2011 में चयनित होकर सअ से प्रअ बन चुकी सरला देवी की दिव्यांगता भी फर्जी मिली। इसकी तैनाती शिक्षा क्षेत्र म्योरपुर के प्रावि मनरहवा टोला पर थी। शिक्षा क्षेत्र रावर्ट्सगंज के प्रावि बघुआरी पर तैनात सअ राजेश कुमार द्विवेदी भी शिक्षक बनने के लिए फर्जी तरीके से दिव्यांग बन गये थे।
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