अंतिम संस्कार से पहले जिन्दा हुई 'लाश', देखें वीडियो




Bihar News : घर में मातम का माहौल था। बेटों ने मां की अंतिम संस्कार की तैयारी के लिए प्रस्थान कर दिया था। 18 घंटे की लंबी यात्रा के बाद बेटे भी तब हैरान रह गए, जब मृतक मां की धड़कन चलने लगी। मातम का माहौल अचानक से खुशियों में बदल गया। जी हां... हैरान करने वाला मामला छत्तीसगढ़ और बिहार से जुड़ा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ में जिस बुजुर्ग महिला को मृत घोषित किया गया, वह जब अपने मूल राज्य बिहार में प्रवेश करती है तो चमत्कार हो जाता है। मृतक महिला की धड़कन चलने लगती है। महिला की पहचान रामवती देवी के रूप में की गई है, जो बेगुसराय के नीमा चांदपुरा गांव की मूल निवासी हैं। वह अपने दोनों बेटों मुरारी शाव और घनश्याम शाव के साथ छत्तीसगढ़ गयी थीं।
छत्तीसगढ़ में हो गई थी महिला की मौत, जन्म भूमि पर पहुंचते ही चलने लगी सांस, चमत्कार से हर कोई हैरानhttps://t.co/MQAyo1I0s8#bihar #dnb #begusarainews #begusarai #adventure #amazing #बिहार #बेगूसराय #आश्चर्यजनक #महिला pic.twitter.com/Wu39mlaJu7
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खबरों के अनुसार, 11 फरवरी को महिला ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। जिसके बाद उसे छत्तीसगढ़ के कोरवा जिले के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर बेटों ने मां की अंतिम संस्कार के लिए बिहार जाने का फैसला लिया। 12 फरवरी को एक निजी वाहन से शव को बेगुसराय ला रहे थे।
इसी दौरान करीब 18 घंटे से अधिक की यात्रा के बाद जब वे बिहार के औरंगाबाद पहुंचे तो अचानक रामवती को होश आ गया। हालांकि, इस दौरान परिजन डर गए, उन्होंने सड़क किनारे गाड़ी रोकी और उसे जांचने का साहस जुटाया। उसे जीवित पाकर वे बेगुसराय सदर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा।
क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉक्टरों ने कहा कि मृतक को सड़क मार्ग से लाया जा रहा था तो वाहन के झटके ने सीपीआर का काम किया होगा। जिसके कारण उन्हें होश आ गया। महिला को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत में सुधार हो रहा है।

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