लॉकडाउन में स्कूल संचालकों के लिए चुनौती न बन जाय शिक्षकों का वेतन देना, क्योंकि...

लॉकडाउन में स्कूल संचालकों के लिए चुनौती न बन जाय शिक्षकों का वेतन देना, क्योंकि...


बलिया। लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद होने और फीस न मिलने से स्कूल संचालक परेशान है। कुछ संचालकों ने कहा कि अगर फीस नहीं मिली तो उन्हें ऑनलाइन क्लास चलाने के साथ ही कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन देने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

संचालकों का कहना है कि अप्रैल से ही ऑनलाइन पढ़ाई की शुरूआत की जा चुकी है। मौजूदा हालात में लॉकडाउन खुलने के बाद सभी स्कूलों का संचालन जून से पहले होने की गुंजाइश नहीं दिख रहा है। ऐसे में शिक्षकों और कर्मचारियों से सेवाएं लेना मुश्किल होता जा रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी उन विद्यालयों को उठानी पड़ रही है, जहां 1000 से कम बच्चे हैं।

अप्रैल से शिक्षक व्हाट्सएप या ऑनलाइन क्लास के माध्यम से सैकड़ों की संख्या में बच्चों को होमवर्क देने, स्टडी मैटेरियल तैयार करने और उसके मूल्यांकन में जुटे हैं। अगर शासन की तरफ से स्कूल फीस जमा कराने का निर्देश नहीं मिला तो स्कूलों को मजबूरी में ऑनलाइन क्लास को भी लॉकडाउन करना पड़ेगा।  

स्कूल संचालकों ने कहा कि 14 मार्च से विद्यालय बंद हैं। विद्यालयों को परीक्षा परिणाम निर्गत करने का अवसर नहीं मिल सका। इस कारण पिछले सत्र की फीस का बहुत बड़ा भाग अभी तक अभिभावकों द्वारा चुकता नहीं किया गया है। इससे सभी विद्यालय वित्तीय संकट में हैं। लॉकडाउन आगे बढ़ता रहा तो बिजली के बिल, बैंक किस्त, कर्मचारियों का वेतन, रखरखाव आदि तो प्रभावित होगा। 

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