बलिया : कौन है वह अजनबी, क्यों नहीं आ रहा सामने ?

बलिया : कौन है वह अजनबी, क्यों नहीं आ रहा सामने ?


सिकन्दरपुर, बलिया। सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के लीलकर गांव में सोमवार की सुबह एक 'अजनबी' को देख गांव में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते पूरे गांव में यह बात आग की तरह फैल गई। इसकी सूचना किसी ने प्रधान प्रतिनिधि रामाशंकर वर्मा को दिया। प्रधान प्रतिनिधि ने स्थानीय पुलिस को फोन कर मामले से अवगत कराया।  

सोमवार की सुबह करीब 5:00 बजे रामजी वर्मा व शशि भूषण राय टहलने के लिए निकले थे। उन लोगों ने देखा कि एक अजनबी मौलाना गांव में प्रवेश कर रहा है। प्रवेश करता देख मौलाना को उन लोगों ने रोककर पूछताछ शुरू कर दिया। तब पता चला कि वह बिहार का रहने वाला मौलाना है। गांव के फिदा हुसैन के घर जा रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और फ़िदा के घर पूछताछ की, जिसमें पता चला की मौलाना आया था। वह आधा घंटा में फ़िदा के नातिन सानिया पुत्री मिराज (12) को लेकर निकल गया है।  

पुलिस ने दबाव बनाया तो फ़िदा के घरवाले फोन करके उस लड़की को बुलाए, लेकिन मौलाना नहीं आया। लड़की ने बताया कि मौलाना का नाम हेसाबुद्दीन है। हमें रास्ते में छोड़ लक्ष्मीपुर स्थित मस्जिद में चले गये है। पुलिस तत्काल लक्ष्मीपुर स्थित मस्जिद मे गई। पुलिस के साथ रमाशंकर वर्मा व रामजी वर्मा तथा राकेश राय आदि लोग भी वहां पहुंचे, लेकिन मस्जिद में मौलाना का पता नहीं चला। 

मस्जिद में पढ़ाई करने वाले बच्चों ने बताया कि मौलाना आज सुबह से नहीं आए। उस बच्चों में 8 बच्चे बिहार के रहने वाले हैं। एक बच्चा जो अपना नाम गुलाब रसूल बताया, वह सीतामढ़ी बिहार का रहने वाला था। गुलाम रसूल ने बताया कि हम 8 लोग बिहार के रहने वाले हैं। इसी मस्जिद में रहकर पढ़ाई करते हैं। हमारे मौलाना बिहार के रहने वाले हैं। मौलाना का नंबर लेकर बात किया गया तो पता चला कि मौलाना सिकंदरपुर स्थित डोमनपुरा मस्जिद में है।  मौलाना ने बताया कि मैं लगभग एक साल से लक्ष्मीपुर स्थित मस्जिद में बच्चों को पढ़ा रहा हूं, लेकिन वह आने से इनकार कर दिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।


रमेश जायसवाल

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