बलिया : फौजी की हत्या में बदमाशों ने पार कर दी बेरहमी की हदें, बड़ी मिलनसार थे RP SINGH

बलिया : फौजी की हत्या में बदमाशों ने पार कर दी बेरहमी की हदें, बड़ी मिलनसार थे RP SINGH

                रमेश प्रताप सिंह

बलिया। गला काटकर बदमाशों ने जिस रमेश प्रताप सिंह (52) की बदमाशों ने हत्या की है, वे INDIAN NAVY से रिटायर थे। शहर से सटे जलालपुर में मोटर पाट्र्स की दुकान संचालित करने वाले व्यवहार कुशल व्यक्तित्व के धनी रमेश प्रताप सिंह की हत्या बदमाशों ने क्यों की ? इसकी जांच में पुलिस जुटी है। घर में पत्नी व पुत्र जहां बेसुध पड़े है, वहीं पूरी कालोनी सहमी है। 


बताया जा रहा है कि शहर कोतवाली क्षेत्र के जलालपुर निवासी रमेश प्रताप सिंह का पुराना घर गांव में है। वे जलालपुर नई बस्ती में मकान बनवाकर रह रहे थे। इनका बड़ा बेटा मुकेश गल्फ कंट्री में है, जबकि छोटा बेटा रूपेश मां-बाप के साथ ही पर रहता है। शुक्रवार की शाम रमेश प्रताप सिंह दुकान से घर लौटे। 


कुछ देर बाद पत्नी किसी मांगलिक कार्यक्रम से घर लौटी तो लॉन में पति की बाइक खड़ी थी, लेकिन वे नहीं दिखे। आवाज दी, लेकिन कही से रिस्पांश नहीं मिला। इसी बीच, अहाते में जमीन पर गिरे लहूलुहान हाल में पति को देख वह गिर पड़ी। चर्चा है कि मृतक की गर्दन में तार भी लिपटा था। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी। डाग स्क्वायड टीम भी पहुंच गई। रात से ही शुरू जांच-पड़ताल जारी है। CCTV कैमरे भी खंगाले जा रहे है। 



Related Posts

Post Comments

Comments

Latest News

01 जुलाई 2025 का राशिफल : कैसा रहेगा अपना मंगलवार, पढ़ें आज का राशिफल 01 जुलाई 2025 का राशिफल : कैसा रहेगा अपना मंगलवार, पढ़ें आज का राशिफल
मेषआज संतान से जुड़ी जिम्मेदारियों में लापरवाही न करें। भावनाओं पर काबू रखें और अपनी निजी बातें दूसरों से साझा...
बलिया में बिजली विभाग और सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी सपा : अंचल
बलिया के विश्वेश को मिली बड़ी सफलता, हुआ इंटीग्रेटेड पीएचडी में चयन, चहुंओर खुशी 
CHC बांसडीह में संचालित अमृत फार्मेसी अवैध, बलिया DM के आदेश पर हुई बड़ी कार्रवाई
Basic Education : स्कूल पेयरिंग के विरोध में बलिया के शिक्षकों ने भरी हुंकार
Ballia में दोस्त के घर खाना खाने गया युवक रहस्यमय ढंग से गायब,, परिजन परेशान
विनम्र व्यवहार से सबका दिल जीतने वाले वरिष्ठ बाबू अजय पांडे को बलिया BSA दफ्तर ने कुछ यूं दी विदाई