
भगवान करें ! बलिया की जानकी को मिल जाय उसका 'मोती', पति के प्रति प्रेम बना नजीर


Ballia News : राहों पे नजर रखना, होठो से दुआ करना, आ जाये कोई शायद दरवाजा खुला रखना... यह दो लाइन दो दिन से वायरल वीडियो में दिख रही उस महिला पर सटीक बैठती है, जो 10 वर्ष पूर्व लापता हुए पति का अचानक मिल जाना बताया है। वायरल वीडियो में अपना खोया पति समझकर महिला जिस पर अपना दबा प्रेम उड़ेल रही है, अंततः मामले में न सिर्फ नया मोड़ आया, बल्कि उस महिला का इंतजार और लम्बा हो गया।
दिमागी रूप से कमजोर सुखपुरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव निवासी मोतीचंद्र वर्मा 10 वर्ष पहले नेपाल से कही लापता हो गए थे, तब से मोतीचंद को लेकर परिजन काफी परेशान है। पत्नी जानकी अपने सुहाग की खोज में आज भी दर-दर भटक रही है। जानकी की निगाहे हर जगह जीवनसाथी मोतीचंद्र को ढूंढती रहती है। 28 जुलाई को जानकी की आस उस वक्त पूरी होती दिखी, जब वह दवा के लिए जिला अस्पताल पहुंची। जानकी की निगाह एक अर्धविक्षिप्त युवक पर टिकी, जिसकी हुलिया मोतीचंद्र से मिलती-जुलती थी। जानकी उसे देखते ही प्रेम में सराबोर हो सुध-बुध खो बैठी। उसे लगा यह वही शख्स है, जिसके साथ उसने सात फेरे लिए थे।
बढ़े बाल और दाढ़ी के बीच मैला-कुचैला कपड़ा पहने अर्द्धविक्षिप्त युवक के प्रति जानकी का असीमित प्रेम देख लोग वीडियो बनाने लगे। जानकी फोन कर अपने घर के लोगों को बुला ली और उसे अपने साथ ले गयी। 10 साल से लापता पति के प्रति जानकी का प्रेम देख हर जुबां से एक ही आवाज निकल रही थी ये होता है पति-पत्नी का सच्चा और अच्छा रिश्ता। सोशल साइट पर तैरती वीडियो पर व्यूवर अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे थे। लेकिन, वायरल वीडियो और फोटो ने जानकी के साथ जाने वाले अर्द्धविक्षिप्त की सच्चाई को सामने ला दिया और जानकी का इंतजार बढ़ गया।
पूरे प्रकरण का पटाक्षेप तब हुआ, जब जानकी घर ले जाकर व्यक्ति की साफ-सफाई करते हुए पेट पर वह जख्म निशान देखना चाहा, जो उसके पति के पेट पर था। लेकिन निशान न देख उसकी चिन्ता बढ़ी। इस बीच, उस व्यक्ति के परिजन तथा ग्रामीण पहुंच गये। पहचान की गई तो वह जानकी का पति मोतीचंद मौर्य नहीं, बल्कि नगरा थानांतर्गत मालीपुर सिकरहटा का राहुल राम निकला। उसके परिजन उसे अपने साथ ले गए। जानकी को एक बार फिर से मायूसी हाथ लगता देख वहां मौजूद हर किसी की आंखों से आंसू छलक पड़े। सब यही कह रहे है भगवान करे ! जानकी को उसका लापता पति सचमुच में मिल जाय।
ऐसे हुई शिनाख्त
सामाजिक कार्यकर्ता राहुल सिंह सागर ने बताया कि मोतीचंद मौर्य के मिलने की सूचना और महिला के प्रेम को देखकर बड़ी संख्या में लोग देवकली गांव स्थित उसके घर पहुंच गये।परिवार भी मोतीचंद के मिल जाने से काफी खुश था। कोई उसे हाथों से खाना खिला रहा था तो कोई दुलार रहा था। मोतीचंद की बूढ़ी मां के आंखे खुशी से बरस रही थी। सागर ने बताया कि गांव के लोग मोतीचंद की पेट में निशान न देखकर हैरान थे। इसके बाद उसकी असली पहचान के बारे में जानकारी जुटाई जाने लगी, जिसमें सफलता भी मिली। उस व्यक्ति को लेने आए चचेरे भाई ने बताया कि यह राहुल राम ही है। वह एक महीने से लापता है। इसकी सूचना नगरा थाना में भी दर्ज कराई गई थी।
भोला प्रसाद/रवीन्द्र तिवारी
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