रेलवे अंडरपास सुरंग बना ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल, दो दर्जन गांवों का मुख्य मार्ग से कटा आवागमन
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रसड़ा (बलिया)। इंदारा फेफना रेल प्रखण्ड अन्तर्गत नौ स्थानों स्थानों पर निर्माण के बीच रेलवे विभाग द्वारा मानव रहित कुछ रेलवे क्रासिंगों पर अंडर पास सुरंग के निर्माण की योजना से एक तरफ जहां यात्रियों को काफी सुविधाएं प्राप्त होंगी वहीं ग्रामीणों को भी आये दिन हो रहे दुर्घटनाआें से राहत मिल सकेगी। इस दिशा में रेलवे प्रशासन ने इंदारा व फेफना के बीच कुल 9 स्थानों पर अंडर पास सुरंग (एलएचएस) के निर्माण कार्य प्रस्तावित है। अंडरपास सुरंग के निर्माण की जानकारी देते हुए रेल प्रशासन के आईआेडब्लु एके श्रीवास्तव ने बताया कि अंडरपास सुरंग बन जाने से रेल लाइन के नीचे बने सुरंग से ही अपने साधनों से जा सकेंगे। प्रत्येक अंडरपास सुरंग के निर्माण लगभग 1.50 करोड़ व्यय होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि निर्माणाधीन अंडरपास सुरंग का निर्माण कार्य जून तक पूरा कर लिया जायेगा। मगर हुजूर कथनी और करनी में फर्क दिख रहा है जून महीने में महज़ 6 दिन ही शेष रह गए हैं और ऐसे में मौसम ने करवट बदलते ही अंडर ग्राउंड पानी से लबालब भर जाने से दो दर्जन गांव लोगों के लिए ग्रामीणों का चिंता का विषय बन गया है।
इस सम्बन्ध में क्षेत्र के समाज सेवियों ने निर्माण कार्य कि तकनीक जांच कराकर कार्रवाई संस्था एव ठिकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग ।
इस संबंध में अखण्ड भारत न्यूज़ संवाददाता पिन्टू सिंह ने सोमवार को दूरभाष पर आई ओडब्लु एके श्रीवास्तव सेक्सन इंजीनियर मऊ को यहां की स्थिति से अवगत कराया गया और उनका पक्ष जानने की कोशिश किया गया तों उन्होंने बताया की 30 जून तक बनना था अभी पूरा नहीं बना है अंडरपास सुरंग के दोनों तरफ सेड लगाना है लगा नहीं है इसलिए पानी भर गया है 30 जून तक कार्यदाई संस्था कार्य पूरा नहीं करने के एवज में पेनाल्टी लगेगा और पंम्पी सेंट लगाकर गेट संख्या 10/सी पर तत्काल पानी निकाल लिया जायेगा साथ ही गेट संख्या 13/ सी पर सफेद बालू के कार्य पर कार्रवाई कहां तक पहुंचने की बात संवाददाता द्रारा पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उच्चधिकारियो से पूछ कर बतलाते हैं।
रिपोर्ट पिन्टू सिंह
Tags: गांव जवार

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