बलिया में उलझता जा रहा चकबन्दी का मामला, 31 अधिकारी और कर्मचारियों पर दर्ज है मुकदमा
बैरिया, बलिया : मौजा दलन छपरा की चकबन्दी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। चकबंदी आयुक्त उत्तर प्रदेश ने जिलाधिकारी व भूमि बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी बलिया सहित अन्य को निर्देशित किया है कि बैरिया तहसील के दलन छपरा मौजा में फर्जी अमल दरामद के प्रकरण में बिंदुवार जांच कराई जाए। गांव में मुनादी करा कर जनसुनवाई का आयोजन कर विधिवत उसकी वीडियोग्राफी कराई जाए। परिवादी से शपथ पत्र प्राप्त किया जाए व अन्य काश्तकारों से भी इस बाबत लिखित बयान व गवाही कराई जाए। अन्यथा की स्थिति में चकबंदी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ एक और प्राथमिक की दर्ज कराई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दलन छपरा निवासी सुशील पांडे ने चकबंदी आयुक्त उत्तर प्रदेश को शिकायती पत्र देकर दलन छपरा मौजा में चकबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर फर्जी अमल दरामद व अन्य अनियमितता की शिकायत शपथ पत्र के साथ किया था।जिसके क्रम में यह आदेश जारी किया गया है। इससे पहले इसी तरह के प्रकरण में चकबंदी विभाग के कुल 31 कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे बलिया कोतवाली में दर्ज हुआ है। अगर जनसुनवाई हुई तो निश्चित रूप से फिर चकबंदी विभाग के संबंधित कर्मचारियों अधिकारियों व अन्य के खिलाफ सक्षम अधिकारी प्राथमिकी दर्ज कराएंगे। चकबंदी आयुक्त के इस आदेश से चकबंदी विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। वैसे भी जब से 31 अधिकारी व कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज हुई है, तब से चकबंदी विभाग में ताला लटका हुआ है। सारे अधिकारी कर्मचारी गायब है।
शिवदयाल पांडेय मनन
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