बलिया में खतरा विन्दु से 2.25 मीटर पर बह रही गंगा, मचा त्राहिमाम्, एक की मौत ; प्रशासन अलर्ट
बलिया। गंगा नदी की तल्खी लगातार बढ़ती ही जा रही है। बुधवार को नदी का जलस्तर गायघाट गेज पर शाम छह बजे 59.87 मीटर रिकार्ड किया गया, जो अब तक के हाई लेवल से महज आधा मीटर नीचे है। इससे फ्लड एरिया में त्राहिमाम् मचा है। लोगों का पलायन जारी है। इस बीच, बैरिया थाना क्षेत्र के गोपालपुर में बाढ़ के पानी को पैदल ही पार कर रहे टेंगरही निवासी जगदम्बा चौबे (58) बह गये। उनके शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इधर, नदी के जलस्तर में बढ़ाव जारी है।पूर्वानुमान है कि 12 अगस्त की सुबह 08 बजे नदी गेज के 59.97 मीटर की विन्दु पर पहुंच जायेगी।
बाढ़ की भयावहता को देखते हुए प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री एवं खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है। जिलाधिकारी अदिति सिंह दिन-रात राहत बचाव कार्य की समीक्षा कर रही हैं। पानी से घिरे परिवारों को पका पकाया भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पशुओं को चारा एवं टीकाकरण किया जा रहा है। आवागमन एवं राहत बचाव कार्य के लिए पर्याप्त नावें चल रही है। बैरिया तहसील क्षेत्र की कुल 23450 परिवार की 93500 आबादी प्रभावित है। वहीं, सदर तहसील क्षेत्र के 18 गांव के 11492 परिवार की कुल 47650 आबादी बाढ़ से प्रभावित है। यहां 500 लंच पैकेट व 100 तिरपाल का वितरण किया गया है। बाढ़ की आपदा में पशुपालन विभाग ने 21 पशु शिविर स्थापित किया है। इसके माध्यम से अब तक 1843 पशुओं का टीकाकरण व 296 पशुओं का उपचार किया जा चुका है। वही, स्वास्थ्य विभाग की आठ टीमें जीवन रक्षा के लिए दवाओं का किट वितरित कर रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ प्रभावित गांवों का सर्वे कर कुल 212 गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन किया गया। सर्वे में तीन गंभीर रोगी मिले, जिनका इलाज किया चल रहा है।
सदर में एनडीआरएफ व बैरिया में एसडीआरएफ तैनात
एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की भी टीमें लोगों की सहायता के लिए लगी हुई है। बैरिया तहसील क्षेत्र में एसडीआरएफ की एक टीम व पीएसी की एक टीम लगी है। हर टीम में 25 जवान हैं। ये टीमें निरंतर बाढ प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग दे रहे हैं। वहीं सदर तहसील में एनडीआरएफ की एक टीम लगी है, जो बाढ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य कर रही है।
24 घंटे एलर्ट मोड पर आपदा नियंत्रण कक्ष
बाढ़ की आपदा को देखते हुए आपदा नियंत्रण कक्ष भी 24 घंटे एलर्ट मोड पर है। आपदा विशेषज्ञ व आपदा लिपिक की देखरेख में वहां के टेलीफोन नम्बर 05498220832 पर मिल रही सूचनाओं पर तत्काल रिस्पांस देते हुए लोगों को राहत पहुंचाई जा रही है। कंट्रोल रूम में 24 घंटे कर्मचारियों की तैनाती कर दी गयी है। एडीएम रामआसरे ने मंगलवार की मध्य रात्रि करीब एक बजे कंट्रोल का औचक निरीक्षण किया।
हरेराम यादव
Comments